
प्लॉट: यह फिल्म केदारनाथ धाम के बैकड्राप में उपजी एक प्रेम कहानी पर आधारित है जिसमें हिंदू लड़की और मुस्लिम लड़के के प्यार को दिखाया गया है लड़का एक मुस्लिम पिट्ठू वाला दिखाया गया है और लड़की ब्राह्मण है लड़की की पहले से ही किसी लड़के से सगाई हो चुकी है क्या लड़की की शादी अपने मंगेतर से हो पाएगी?आज तक जो हमारी हिंदी फिल्मों में दिखाया जाता है खासकर हिंदू मुस्लिम प्रेम कहानियां में, यह भी उसी तरह से बनाई गई है केदारनाथ की खूबसूरत वादियों में दो प्यार करने वाले का क्या होगा? क्या वह दोनों आपस में मिल पाएंगे? क्या दोनों के घर वाले इस प्यार के लिए राजी होंगे? इसके लिए आपको मूवी देखनी पड़ेगी|
टोन और थीम: यह फिल्म रोमांस की टोन पर आधारित है और थीम लव और रिलेशनशिप है जो केदारनाथ धाम पर आधारित है मुख्य मकसद फिल्म में हिंदू मुस्लिम प्रेम कहानी के साथ-साथ केदारनाथ त्रासदी 2013 के बारे में भी बताना है|
एक्टिंग एंड कैरेक्टर्स: मंसूर के रोल में सुशांत सिंह राजपूत ने अच्छा अभिनय किया है अपने अभिनय से सुशांत सिंह राजपूत ने साबित कर दिया कि वह हर तरह की भूमिका को आसानी से निभा सकते हैं मुक्कू के रोल में सारा अली खान की यह पहली फिल्म है और उनका ऐसा अभिनय देखकर यह बिल्कुल विश्वास नहीं होता कि यह उनकी पहली हिंदी फिल्म है उन्होंने बहुत ही अच्छा अभिनय किया है चाहे उनके डायलॉग डिलीवरी हो, चेहरे के हाव -भाव हो ,ड्रेसिंग सेंस हो, डांसिंग स्किल हो, वह हर तरह के इमोशंस में बहुत बढ़िया तरीके से अभिनय कर पाई कल्लू के रोल में निशांत दहिया ने भी अच्छा अभिनय किया है सपोर्टिंग कास्ट में सभी कलाकारों ने अच्छा अभिनय किया है
डायरेक्शन: अभिषेक कपूर के निर्देशन में हमने उनकी पिछली फिल्में जैसे आर्यन(2006), रॉकऑन(2008), काय पो छे(2013), फितूर(2016), रॉकऑन(2016), देख चुके हैं इसका निर्देशन भी बहुत अच्छा किया है इतने सेंसिटिव मुद्दे पर मूवी बनाना इतना आसान नहीं होता पर उन्होंने बहुत अच्छे से हैंडल किया| सभी कलाकारों से अच्छा अभिनय निकलवाया| कहानी में कोई खास दम तो नहीं है पर बैकड्राप में केदारनाथ को रखकर मूवी अच्छी बनाई गई है शुरू में रफ्तार थोड़ी धीमी जरूर है पर इंटरनल के बाद मूवी रफ्तार पकड़ती है पटकथा भी ठीक-ठाक लिखी गई है|
स्टोरी एंड स्क्रीनप्ले: अभिषेक कपूर, कनिका ढिल्लों की कहानी और पटकथा ठीक ठाक कही जा सकती है कुछ नयापन तो नहीं है फिर भी कुछ हद तक फिल्म एक बार तो देखी जा सकती है
डायलॉग्स: कनिका ढिल्लों के लिखे हुए डायलॉग्स भी अच्छे से लिखे गए है
एडिटिंग: चन्दन अरोरा की एडिटिंग थोड़ी सी कसावट वाली हो सकती थी
संगीत: अमित त्रिवेदी ने संगीत बहुत ही बढ़िया बनाया है सभी गीतों का संगीत सुनने में बहुत मधुर और दिल को छू लेने वाला हैं जैसे जान निसार, नमो नमो और काफिराना|
सिनेमैटोग्राफी: तुषार कान्ति रे की सिनेमेटोग्राफी ने केदारनाथ धाम को बहुत खूबसूरती तरीके से दिखाया है
लिरिक्स: अमिताभ भट्टाचार्य ने बहुत ही अच्छे से गीतों को लिखा हैं
बैकग्राउंड स्कोर: हितेश सोनिक का बैकग्राउंड स्कोर बहुत ही बढ़िया बन पड़ा है
पूरी मूवी के साथ पूरी तरह से sync करता है
विजुअल इफैक्ट्स: फिल्म के विज़ुअल इफेक्ट्स बहुत ही शानदार और लाजवाब है
प्रोडक्शन डिजाइन: मयूर शर्मा का प्रोडक्शन डिज़ाइन ठीक है|
कॉस्ट्यूम डिजाइन: श्रुति कपूर, अबू जानी, संदीप खोसला की कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग करक्टेर्स के अकॉर्डिंग ठीक है|
कोरियोग्राफी: आदिल शेख की कोरियोग्राफी कुछ गीतों की बढ़िया है|
साउंड डिजाइन: एल्विन रेगो, संजय मौर्या का साउंड डिज़ाइन ठीक ठाक है|
क्लाइमैक्स: थोड़ा सा ट्रैजिक है|
ओपिनियन: केदारनाथ धाम की खूबसूरत वादियों की फोटोग्राफी, सुशांत सिंह राजपूत, सारा अली खान के अच्छे अभिनय और अच्छे गीतों के लिए फिल्म देखी जा सकती है|
Flaws: दोनों का ना मिल पाना, हिंदू मुस्लिम विषय की कहानी में कुछ नयापन नहीं है,
पुरानी फिल्मों की कहानी पर ही फिल्म बनाई गई है जैसे वही माता-पिता, बहन और मुस्लिम प्रेमी को ना अपनाना,
लेकिन एग्जीक्यूशन बहुत अच्छे से किया गया है इसलिए आपको मूवी देखने में नयापन लगेगा
CBFC ने फिल्म केदारनाथ को 8 कट के साथ U/A सर्टिफिकेट दिया,
CBFC ने फिल्म के निर्माताओं से यह भी कहा कि वे फिल्म में यह Disclaimer शामिल करें कि यह फिल्म काल्पनिक है और इसमें किसी भी देवता का अपमान नहीं किया गया है।
CBFC-U/A Movietime: 1h56m Genre: Romantic Drama Backdrop: Kedarnath Release: 7 December 2018
फिल्म कास्ट: सुशांत सिंह राजपूत, सारा अली खान, नीतीश भारद्वाज, पूजा गौर, निशांत दहिया, अलका अमीन
प्रोडूसर: रोनी स्क्रूवाला, प्रज्ञा कपूर, अभिषेक कपूर, अभिषेक नय्यर, डायरेक्टर: अभिषेक कपूर, साउंड डिज़ाइन: एल्विन रेगो, संजय मौर्या
कास्टूम डिज़ाइन: श्रुति कपूर, अबू जानी, संदीप खोसला, म्यूजिक: अमित त्रिवेदी, बैकग्राउंड स्कोर: हितेश सोनिक
प्रोडक्शन डिज़ाइन: मयूर शर्मा, एडिटर: चन्दन अरोरा।, सिनेमेटोग्राफी: तुषार कान्ति रे, कोरियोग्राफी: आदिल शेख
लिरिक्स: अमिताभ भट्टाचार्य, डायलॉग्स: कनिका ढिल्लों, स्टोरी एंड स्क्रीनप्ले: अभिषेक कपूर, कनिका ढिल्लों
कास्टिंग डायरेक्टर: मुकेश छाबरा, एक्शन: दवे जज, सुनील रोड्रिगज़
👌👌