
प्लॉट: यह फिल्म दो दोस्तों की कहानी पर आधारित है जो दोनों भाई की तरह रहते हैं एक दोस्त की मां के देहांत के बाद दूसरा दोस्त उसी के घर पर ही भाई और परिवार के एक सदस्य की तरह रहता है| एक बहुत ही सीधा साधा है जो लड़कियों के चक्कर में फंसकर धोखा ही खाता है और दूसरा दोस्त उसे हर तरह से बचाता है बहुत ही प्रोटेक्टिव है| एक का ब्रेकअप के बाद दिल टूट जाता है और वह फैसला करता है कि वह अब शादी करेगा और परिवार वाले उसे लड़की दिखाते है और उसे लड़की पसंद आती है रोका और फिर सगाई भी हो जाती है| पर दूसरे दोस्त को यह लड़की भी धोखेबाज लगती है, फिर क्या फिल्म में बहुत सारे ट्विस्ट्स है और पूरी फिल्म इन तीनों के इर्द-गिर्द ही घूमती है| क्या वह अपने दोस्त को इस लड़की से बचा पायेगा? क्या वह अपने दोस्त को उस लड़की की असलियत बता पायेगा? उसका दोस्त दोनों में से किसको चुनेगा ? यह सब जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी|
टोन और थीम: इस फिल्म की टोन रोमांटिक कॉमेडी पर है, और थीम लव और फ्रेंडशिप पर है इसको बनाने का उद्देश्य मनोरंजन के साथ साथ अपने भाई जैसे दोस्त को उसकी मंगेतर की असलियत बताना जो हर तरह से उसके दोस्त को बेवकूफ बना रही है
एक्टिंग एंड कैरक्टर्स: सोनू के रोल में यानी कार्तिक आर्यन का अभिनय अच्छा है पर अभी भी उसे अभिनय की बारीकियों को सीखना होगा और बहुत मेहनत की जरूरत है अगर उसे फिल्म इंडस्ट्री में आगे बढ़ना है तो, जितना रोल उसे मिला उसने पूरी कोशिश की अच्छा अभिनय करने की, कुछ दृश्यों में उनकी अभिनय क्षमता दिखती है टीटू के रोल में सनी सिंह का अभिनय ठीक-ठाक रहा, फिल्म में कुछ खास उसके लिए करने के लिए नहीं था पर जितना उसका रोल था उसने ठीक ठाक कर दिया स्वीटी के रोल में नुसरत भरूचा का किरदार ठीक ठाक से लिखा गया है और उसने अभिनय भी अच्छा किया पर सोनू के साथ वाले दृश्यों में उनका अभिनय अच्छा है| वह नृत्य भी अच्छा कर लेती है पर अभी भी उनको बहुत कुछ सीखने और अभिनय में सुधार की जरूरत है| सपोर्टिंग कास्ट में सभी ने कहानी को आगे ले जाने मदद की|
डायरेक्शन: लव रंजन की डायरेक्शन ठीक-ठाक कहीं जा सकती है इस फिल्म से पहले प्यार का पंचनामा(2011), आकाशवाणी(2013), और प्यार का पंचनामा2(2015) निर्देशित की है सभी फिल्में सफल थी आकाशवाणी को छोड़कर| इसकी कहानी को उन्होंने कहीं से भी पटरी से उतरने नहीं दिया दर्शक अपनी सीट से फिल्म के अंत तक बंधे रहते हैं| फिल्म में ऐसे कई दृश्य आते हैं जहां पर दर्शक अपनी हंसी रोक नहीं पाते| सभी पात्रों से उन्होंने अभिनय भी ठीक ठाक निकलवा लिया|
स्टोरी स्क्रीनप्ले डायलॉग: राहुल मोदी और लव रंजन ने स्टोरी स्क्रीनप्ले डायलॉग लिखा है कहानी भी सिंपल है इस तरह की कहानी को अच्छे तरीके से कैसे कहा फिल्माया जाता है यह उन्होंने साबित कर दिया| स्क्रीनप्ले भी बहुत मजबूत लिखा गया है सभी पात्रों का स्क्रीन स्पेस भी अच्छा रहा| डायलॉग तो बहुत ही कमाल के लिखे गए हैं पर साथ में डबल मीनिंग वाले डायलॉग भी बहुत है|
एडिटिंग: अकिव अली की एडिटिंग ठीक-ठाक है पर थोड़ी सी फिल्म की रफ्तार तेज हो सकती थी पर फिर भी कुल मिलाकर अच्छी कहीं जा सकती हैं कमी होते हुए भी|
सिनेमैटोग्राफी: सुधीर के चौधरी की सिनेमैटोग्राफी भी अच्छी है| जॉर्जिया कंट्री की लोकेशंस बहुत ही अच्छे से दिखाई गई है|
कोरियोग्राफी: बॉसको सीजर की कोरियोग्राफी अच्छी है| फिल्म में उन्होंने धमाकेदार डांस सीक्वेंस इस्तेमाल किए हैं|
प्रोडक्शन डिजाइन: सुकांता पाणिग्राही, दीपांकर दास का प्रोडक्शन डिजाइन भी बहुत बढ़िया है|
साउंड डिजाइन: सोहेल संवरी का साउंड डिजाइन भी बढ़िया है|
कॉस्ट्यूम डिजाइन: निहारिका जॉली की कॉस्ट्यूम डिजाइन फिल्म की थीम और टोन के मुताबिक है|
म्यूजिक: हंस राज हंस, जैक नाइट, रोचक कोहली, यो यो हनी सिंह, अमाल मलिक, गुरु रंधावा, सौरभ-वैभव
का संगीत तीन-चार गानो का बहुत ही संगीतमय हैं और सभी गीत पहले से ही हिट हो चुके हैं
जैसे दिल चोरी साड्डा हो गया, तेरा यार हु मैं, बॉम डिग्गी डिग्गी (chartbuster) और छोटे छोटे पेग |
लिरिक्स: कुमार, जैक नाइट, यो यो हनी सिंह, गुरु रंधावा, स्वप्निल तिवारी, सिंहशता और ओये शेरा के सभी गीतों में पंजाबी तड़का लगा कर लिखा गया है|
बैकग्राउंड स्कोर: हितेश सोनिक का बैकग्राउंड स्कोर ठीक-ठाक कहा जा सकता है|
क्लाइमेक्स: फिल्म का क्लाइमेक्स बहुत ही अच्छा बन पड़ा है| और बहुत ही मनोरंजक है|
ओपिनियन: अगर आप सिर्फ मनोरंजन और अच्छे गीत ढूंढ रहे है और बिना टेंशन, ज्यादा दिमाग न लगाते हुए आप एक बार यह फिल्म देख सकते है|
रेटिंग: 7/10
64th फिल्मफेयर अवॉर्ड नॉमिनेशंस: फिल्म को 3 नॉमिनेशंस प्राप्त हुए थे
जैसे बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर, बेस्ट लिरिसिस्ट, बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर और फिल्म एक भी अवार्ड जीतने में कामयाब नहीं रही|
CBFC Certificate: गाली गलौज वाले शब्दों को और कंडोम शब्द को बीप कर दिया गया है लेकिन सेक्स शब्द को छोड़ दिया गया है| ऐसा लगता है कि सेंसर बोर्ड को दर्शकों द्वारा सेक्स के बारे में जानने से कोई आपत्ति नहीं है| लेकिन एचआईवी से संबंधित बीमारियों और अवांछित गर्भधारण को रोकने वाले किसी भी उत्पाद जैसे कंडोम का संदर्भ संस्कारी बोर्ड (CBFC) के लिए सख्त वर्जित है।
CBFC-U/A Movietime: 2h18m Genre: Romantic Comedy Backdrop: Delhi NCR Release: 23 February, 2018
फिल्म कास्ट: कार्तिक आर्यन, सनी सिंह, नुसरत भरुचा, इशिता राज शर्मा, आलोक नाथ
मधुमालती कपूर, वीरेंदर सक्सेना, दीपिका अमीन और आयशा रज़ा
प्रोडूसर: लव रंजन, अंकुर गर्ग, भूषण कुमार, कृष्ण कुमार, डायरेक्टर: लव रंजन, साउंड डिज़ाइन: सोहेल संवरी
म्यूजिक: हंस राज हंस, जैक नाइट, रोचक कोहली, यो यो हनी सिंह, अमाल मलिक, गुरु रंधावा, सौरभ-वैभव
लिरिक्स: कुमार, जैक नाइट, यो यो हनी सिंह, गुरु रंधावा, स्वप्निल तिवारी, सिंहशता, ओये शेरा
बैकग्राउंड स्कोर: हितेश सोनिक, प्रोडक्शन डिज़ाइन: सुकांता पाणिग्राही, दीपांकर दास, एडिटर: अकिव अली
सिनेमेटोग्राफी: सुधीर के चौधरी, कोरियोग्राफी: बोस्को सीज़र,कास्टूम डिज़ाइन: निहारिका जॉली
स्टोरी: लव रंजन, स्क्रीनप्ले-डायलॉग्स: राहुल मोदी, लव रंजन, कास्टिंग डायरेक्टर:विक्की सिदाना
Awesome 👍👍