
प्लॉट: इस फिल्म की कहानी एक ऐसी अधेड़ उम्र की महिला पर है जो दोबारा से मां बन जाती है इससे पहले उसके दो जवान बेटे है| इस उम्र में माँ बनना और इस तरह के ट्रॉमा को सहना क्या उसके लिए आसान होगा? क्या वह परिवार और समाज के दबाव में आकर एबॉर्शन करवा लेगी? पड़ोस के लोग, बिरादरी और रिश्तेदार क्या बोलेंगे? दो जवान बेटे और सास क्या बोलेंगे? बड़े बेटे की गर्लफ्रेंड क्या सोचेगी? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी|
टोन और थीम: इस फिल्म की टोन कॉमेडी ड्रामा है और थीम प्यार और भावना पर है इसको बनाने का उद्देश्य मनोरंजन के साथ-साथ यह शिक्षा देना भी है कि हमें बड़ी उम्र में सेक्स को लेकर जागरूक रहना चाहिए और सावधानी बरतनी चाहिए| बहुत ही शर्मिंदगी वाला पल होता है जब इस तरह की गलती हो जाती है और समाज और पड़ोस में पूरे परिवार का मज़ाक बन कर रह जाता है| यह फिल्म उस महिला के भावनात्मक जुड़ाव को उस बच्चे के साथ दिखाती है जो अभी इस दुनिया में आया भी नहीं है|
एक्टिंग और कैरक्टर्स: बबली के रोल में नीना गुप्ता फिल्म की असली हीरो और जान है उन्होंने बहुत ही कठिन रोल को बहुत ही सरलता से निभाया, इस तरह के रोल को निभाना इतना आसान नहीं होता जो चेहरे पर हाव -भाव चाहिए थे वह सब उन्होंने अभिनय के माध्यम से पर्दे पर जीवंत कर दिया| उनकी डायलॉग डिलीवरी, इमोशनल दृश्य और ट्रॉमा, सब को वह पूरी संपूर्णता से निभा गई| सासू मां के रोल में सुरेखा सीकरी ने भी बहुत ही बढ़िया अभिनय किया, वह देश की सबसे बेहतरीन अभिनेत्रियों में गिनी जाती है उनके अभिनय के साथ दर्शक अपने आप को जुड़ा हुआ पाता है और उसको महसूस होता है कि वह अपनी ही दादी और सासु को देख रहे है| उनके अभिनय में जरा सी भी गलती नज़र नहीं आती| दोबारा दादी बनने के किरदार को जिस तरह से उन्होंने पर्दे पर दिखाया वह काबिलेतारीफ है जीतू के किरदार में गजराज राव ने भी अपने रोल के साथ पूरा इंसाफ किया है उनके अभिनय में भी नयापन था जिस तरह से उन्होंने पर्दे पर इमोशंस के साथ कॉमेडी का मिश्रण दिखाया वह देखते ही बनता है उन्होंने अपने चेहरे पर दर्द, खुशी और दोबारा पिता बनने की खुशी और बच्चों की नाराजगी को भी सही तरीके से अभिनय से प्रस्तुत किया| इस रोल में जिस तरह का अभिनय चाहिए था उन्होंने पूरा 100% दिया| नकुल के किरदार में आयुष्मान खुराना का भी अभिनय ठीक-ठाक रहा, मुझे तो उनकी पिछली फिल्मों की तरह ही दोहराने वाला अभिनय नज़र आया, उनके अभिनय में कुछ नया नहीं था पर जितना रोल था वह ठीक ठाक से निभा गए| रिनी के रोल में सान्या मल्होत्रा भी बहुत अच्छा अभिनय कर गई जितना भी उनको स्क्रीन स्पेस मिला उन्होंने उसे अच्छे से निभा दिया| गुल्लर के रोल में शार्दुल राणा का भी अभिनय अच्छा रहा|
डायरेक्शन: इस फिल्म के निर्देशक अमित रविंदरनाथ शर्मा है वह निर्देशक प्रदीप सरकार के असिस्टेंट रह चुके है| यह उनकी दूसरी फिल्म है जिसका उन्होंने बहुत ही अच्छा निर्देशन किया है इससे पहले उन्होंने तेवर (2015) जो तेलगु ओक्कडु (2003) की रीमेक थी का निर्देशन किया है पर बॉक्सऑफिस पर उनकी यह फिल्म कुछ कमाल नहीं कर पायी और असफल भी थी पर बधाई हो से उन्होंने जबरदस्त कमबैक किया और Best Popular Film Providing Wholesome Entertainment का राष्ट्रीय पुरुस्कार भी जीत लिया| पूरी फिल्म को उन्होंने बहुत ही अच्छे तरीके से पर्दे पर उतारा और हर डिपार्टमेंट में उनकी मजबूत पकड़ है| सभी अभिनेताओं से उन्होंने अच्छा अभिनय करवा लिया| उनके निर्देशन में कोई कमी नजर नहीं आई| इस तरह की थीम पर जो की बहुत ज्यादा बोल्ड है पर एक शानदार, मज़ेदार और मनोरंजक फिल्म बना के उन्होंने साबित कर दिखाय कि वह फिल्म इंडस्ट्री में लम्बी रेस के घोड़े साबित होंगे|
स्टोरी स्क्रीनप्ले डायलॉग : शांतनु श्रीवास्तव और अक्षत घिल्डयाल की लिखी हुई कहानी-पटकथा-डायलाग एक नयी और अलग तरह की, बोल्ड विषय पर है|अच्छे से बहुत बढ़िया से लिखे गए हैं बहुत कसी हुई पटकथा है कहानी भी बहुत ही यूनिक है किसी ने सोचा ही नहीं होगा कि इस तरह की कहानी भी लिखी जा सकती है भी डायलॉग तो बहुत जोरदार और लाजवाब लिखे गए है हर थीम से पूरी तरह से मैच करते हैं| और फिल्म की USP है|
सिनेमैटोग्राफी: साणु जॉन वर्गीस की सिनेमेटोग्राफी भी ठीक-ठाक कहीं जा सकती है|
कोरियोग्राफी: विजय गांगुली की कोरियोग्राफी का कुछ खास स्कोप नहीं था सिर्फ एक गाने मोरनी बनके को छोड़कर|
एडिटिंग: देव राव जाधव की एडिटिंग भी बहुत मजबूत है कहीं से भी बोरियत महसूस नहीं होने देती
फिल्म कब शुरू हुई और कब खत्म पता ही नहीं चलता क्योंकि तेज गति की है|
म्यूजिक: तनिष्क बागची,रोचक कोहली, JAM8 और सनी बावरा- इन्दर बावरा
का संगीत ठीक-ठाक है एक गाना मोरनी बनके अच्छा बन पड़ा है
लिरिक्स: वायु, कुमार और मेल्लो डी के पंजाबी भाषा के मिश्रण के साथ गीत अच्छे से लिखे गए हैं
बैकग्राउंड स्कोर: अभिषेक अरोरा का बैकग्राउंड स्कोर भी बहुत अच्छा है फिल्म के साथ पूरी तरह से sync करता है
प्रोडक्शन डिजाइन: रथीश UK ने प्रोडक्शन डिज़ाइन बहुत ही जबरदस्त बनाया गया है|
साउंड डिजाइन: निहार रंजन समल का साउंड डिजाइन बहुत ही क्लैरिटी लिए हुए है|
कॉस्ट्यूम डिजाइन: कीर्ति कोलवांकर, मारिया थरकन के कॉस्ट्यूम डिजाइन फिल्म की टोन और थीम से पूरी तरह से मैच करते है|
क्लाइमेक्स: क्लाइमेक्स बहुत ही इमोशनल और ममस्पर्शी जो आँखों में आंसू ला देता है|
ओपिनियन: एक फ्रेश और नयी कहानी, नीना गुप्ता और सुरेखा सीकरी की जबरदस्त परफॉरमेंस
और मज़ेदार डायलॉग्स के लिए बार बार देख सकते है
रेटिंग: 8/10
64th फिल्मफेयर अवॉर्ड नॉमिनेशंस: फिल्म को 10 नॉमिनेशंस मिले थे जैसे बेस्ट फिल्म, बेस्ट फिल्म (क्रिटिक्स), बेस्ट डायरेक्टर, बेस्ट एक्ट्रेस, बेस्ट एक्ट्रेस (क्रिटिक्स), बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर, बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस, बेस्ट स्क्रीनप्ले, बेस्ट डायलॉग्स, बेस्ट प्रोडक्शन डिज़ाइन |और फिल्म 4 अवार्ड जीतने में कामयाब रही____ बेस्ट एक्ट्रेस (क्रिटिक्स)(नीना गुप्ता), बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर (गजराज राव), बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस (सुरेखा सीकरी) और बेस्ट डायलॉग्स (अक्षत घिल्डयाल)
66th नेशनल अवार्ड: 2 अवार्ड जीतने में कामयाब रही बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस (सुरेखा सीकरी) और Best Popular Film Providing Wholesome Entertainment
CBFC-U/A Movietime: 2h4m Genre: Comedy Drama Backdrop: Delhi Release: 18 October, 2018
फिल्म कास्ट: नीना गुप्ता, गजराज राव, सुरेखा सीकरी, आयुष्मान खुराना, सान्या मल्होत्रा, शीबा चड्ढा, अलका अमीन और शार्दुल राणा
प्रोडूसर: विनीत जैन, हेमंत भंडारी, आलिया सेन और अमित रविन्दरनाथ शर्मा, डायरेक्टर: अमित रविन्दरनाथ शर्मा
साउंड डिज़ाइन: निहार रंजन समल, कास्टूम डिज़ाइन: कीर्ति कोलवांकर, मारिया थरकन
म्यूजिक: तनिष्क बागची,रोचक कोहली, JAM8 और सनी बावरा- इन्दर बावरा लिरिक्स: वायु, कुमार और मेल्लो डी
बैकग्राउंड स्कोर: अभिषेक अरोरा, प्रोडक्शन डिज़ाइन: रथीश UK, एडिटर: देव राव जाधव, सिनेमेटोग्राफी: साणु जॉन वर्गीस
कोरियोग्राफी: विजय गांगुली, डायलॉग्स: अक्षत घिल्डयाल, स्टोरी: शांतनु श्रीवास्तव, अक्षत घिल्डयाल, स्क्रीनप्ले: अक्षत घिल्डयाल, कास्टिंग डायरेक्टर: जोगी
Mast movie.