
परिचय
7 मार्च 2025 को ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई नादानियां एक रोमांटिक ड्रामा पर आधारित है जिसका निर्देशन शौना गौतम ने किया है फिल्म का टोन रोमांटिक ड्रामा और थीम लव एंड रिलेशनशिप पर है यह उनकी पहली हिंदी निर्देशित फिल्म है जिसमें मनोरंजन नाम की कोई चीज नहीं है फिल्म का ट्रेलर जितना वादा करता है उसके मुकाबले फिल्म कहीं से भी खरी नहीं उतरती| नादानियां मूवी की मुख्य भूमिकाओं में इब्राहिम अली खान, खुशी कपूर, सुनील शेट्टी, महिमा चौधरी, जुगल हंसराज, दीया मिर्जा और अर्चना पूरन सिंह है| आइए नादानियां फिल्म के रिव्यू के बारे में पढ़े|
नादानियां मूवी ट्रेलर
https://www.youtube.com/watch?v=bXTsJKcx_fc&t=1s
नादानियां किस फिल्म की है?
नादानियां, जो आज 7 मार्च को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई है उसमें खुशी कपूर और सैफ़ अली खान के बेटे इब्राहिम अली खान ने मुख्य भूमिका निभाई है| शौना गौतम ने इसे निर्देशित किया है| इस फिल्म में ड्रामा और रोमांस दोनों है|
मैं नादानियां कहां देख सकता हूं?
केवल नेटफ्लिक्स पर
नेटफ्लिक्स पर नादानियां में कौन से कलाकार है?
इब्राहिम अली खान (अभिनय में पहली फिल्म), खुशी कपूर, सुनील शेट्टी, महिमा चौधरी, दीया मिर्जा, जुगल हंसराज और अर्चना पूर्ण सिंह
नादानियां कितने बजे रिलीज होगी
1 बजकर 30 मिनट पर
नेटफ्लिक्स पर नादानियां है
हाँ, नादानियां को अभी नेटफ्लिक्स पर देखें|
नादानियां क्या है
यह बॉलीवुड हिंदी फिल्म है जो 7 मार्च को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई है|
प्लॉट
नादानियां एक ऐसी लड़की की कहानी पर आधारित है जिसकी अपनी सहेलियों में से एक सहेली के बॉयफ्रेंड को लेकर misunderstanding हो जाती है लेकिन उसकी कोई गलती नहीं होती उसकी सहेली का बॉयफ्रेंड ही उसे मैसेज करता रहता है और वह कोई रिप्लाई भी नहीं करती| लेकिन अब अपनी सहेलियों का विश्वास जीतने के लिए वह एक लड़के को हायर करके झूठ मूठ का बॉयफ्रेंड बना लेती है| क्या उसकी सहेलियों को पता चल जाएगा कि वह लड़का उसका बॉयफ्रेंड नहीं है? क्या उसे सच में उस लड़के से प्यार हो जाएगा? क्या लड़के को भी उससे प्यार हो जाएगा? यह सब जानने के लिए फिल्म देखें
एक्टिंग एंड कैरक्टर्स
अर्जुन की भूमिका में इब्राहिम अली खान का अभिनय उसके चरित्र के मुताबिक बहुत कमजोर रहा, वह किसी भी तरह से भावनात्मक रूप से चरित्र से जुड़ने में असफल रहे, उनकी बॉडी लैंग्वेज, फैशियल एक्सप्रेशंस और डायलॉग डिलीवरी उनके रोल से बिल्कुल भी मेल नहीं खाती| ऐसे लगता है कि वह डायलॉग को लाइंस की तरह बोल रहे हो उनको अभी बहुत कुछ सीखने की जरूरत ह| उनके अभिनय की consistency पूरी फिल्म में कहीं भी नजर नहीं आती| पिया की भूमिका में खुशी कपूर की यह तीसरी फिल्म है इस फिल्म से पहले वह हाल ही में रिलीज हुई लवयापा में आमिर खान के बेटे जुनैद खान के साथ नजर आई थी| दोनों फिल्मों में उनका अभिनय साधारण रहा, फिल्म के सिर्फ एक दृश्य में उनका अच्छा अभिनय कहा जा सकता है जहां पर वह अपने पिता से सामना करती है बाकी पूरी फिल्म में उनके अभिनय में कोई नयापन नहीं है उनकी भी बॉडी लैंग्वेज, फैशियल एक्सप्रेशंस और डायलॉग डिलीवरी below एवरेज है| उनको अभी अभिनय की गहराइयों को सीखने की जरूरत है ऐसे लगता है कि वह बनावटी अभिनय कर रही हो उनकी इब्राहिम अली खान के साथ केमिस्ट्री भी मैच नहीं करती| बाकी पिया के माता-पिता की भूमिकाओं में सुनील शेट्टी और महिमा चौधरी और अर्जुन के माता पिता की भूमिकाओं में जुगल हंसराज और दीया मिर्जा में से सिर्फ दीया मिर्जा का अभिनय अच्छा कहा जा सकता है| बाकी तीनों का अभिनय औसत दर्जे का रहा| पिया के दोस्तों में नील दीवान, अपूर्वा मखीजा, आलिया कुरैशी, अगस्त्य शाह और देव अगस्त्य सभी अभिनय में कुछ खास छाप छोड़ने में असफल रहे| मेहमान भूमिका में मिज़ान जाफरी और आरी के रोल्स को waste किया गया है| अर्चना पूर्ण सिंह का अभिनय भी ठीक-ठाक कहा जा सकता है|
डायरेक्शन
इस फिल्म का निर्देशन शौना गौतम ने किया है यह उनकी पहली हिंदी निर्देशित फिल्म है| वह फिल्म को निर्देशित करने में हर तरह से असफल रही ना तो वह कहानी को नए तरीके से पेश कर पाई, ना ही कहानी की गति को कंट्रोल कर पाई और ना ही कलाकारों से अच्छा अभिनय निकलवा पाई| फिल्म भावनात्मक रूप से दर्शकों से जुड़ने और उनकी उम्मीदों पर खडा उतरने में नाकामयाब रही| हां वह फिल्म के मूड को बरकरार जरूर रख पाई| फिल्म में कुछ भी नयापन नहीं है वही घिसी पिटी कहानी और रही सही कसर अंत में हीरो-हीरोइन के दो लिप किसिंग के दृश्यों को डाल दिया गया, ताकि दर्शकों को सिनेमा हाल से बाहर जाते जाते लिप किसिंग मज़ा मिल जाए|
सिनेमैटोग्राफी
फिल्म दिखने में अपील तो करती है कैमरे का अलग-अलग एंगल से इस्तेमाल किया गया है एरियल व्यूज दृश्य भी अच्छे बन पड़े हैं फिल्म में रोशनी और रंगों का मिलान फिल्म की टोन और थीम से पूरी तरह से मैच करता है कैमरा फ्रेमिंग भी ठीक-ठाक है| सिनेमैटोग्राफी ने फिल्म की लोकेशंस और प्रोडक्शन डिजाइन को अच्छे से दिखाया है|
स्टोरी स्क्रीनप्ले डायलॉग
फिल्म की कहानी-पटकथा बहुत कमज़ोरऔर ढीली है कहानी पटकथा धीमी गति से चलती है कहीं-कहीं फिल्म बोर भी करने लगती है क्लाइमेक्स के दृश्य में भी कुछ ताज़गी नहीं है लगता है कि हम किसी पुरानी फिल्म का अंत देख रहे हो डायलॉग भी हिंगलिश में लिखे गए हैं जिसकी इंग्लिश कमजोर है उनके ऊपर से निकल जाएंगे| पटकथा किसी भी प्रकार से characters को बनाने में मदद नहीं करती| कहानी बिल्कुल भी उम्मीद के मुताबिक और कुछ भी नया ऑफर नहीं करती|
एडिटिंग
फिल्म की गति धीमी है और कई दृश्य तो गैर जरूरी लगते है जिनको काटा जा सकता था फिल्म की लंबाई को थोड़ा छोटा किया जा सकता था|

कोरियोग्राफी
विजय गांगुली की कोरियोग्राफी में सिर्फ एक गीत तिरकित धूम का डांस sequence औसत दर्जे का कहा जा सकता है दोनों के डांस मूव्स और हाव-भाव अच्छे कहे जा सकते है|
संगीत
सचिन-जिगर का संगीत कमजोर है फिल्म को मजबूत बनाने में कोई खास योगदान नहीं देता| एक दो गीतों का संगीत ठीक-ठाक कहा जा सकता है, जैसे टाइटल सॉन्ग नादानियां, इश्क में और गलतफहमी| इनका संगीत फिल्म में कुछ खास प्रभाव नहीं छोड़ पाया|
नादानियां सॉन्ग लिरिक्स
अमिताभ भट्टाचार्य के लिखे हुए नादानियां सॉन्ग भी फिल्म के टोन लिखे गए है|
प्रोडक्शन डिजाइन
फिल्म के सेट्स और लोकेशंस कहानी के मुताबिक विश्वसनीय लगते है फिल्म के मूड और थीम के अनुसार मैच करते है| आज के समय के हिसाब से डिजाइन और कल्चरल सेटिंग्स एक्यूरेट रिप्रेजेंट करते है| प्रोडक्शन डिजाइन ने एक तरह से अलग दुनिया बनाई|
कॉस्ट्यूम डिजाइन
अनैता श्रॉफ अदजानिया की कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग अच्छे से रिप्रेजेंट करती है, विशेषकर खुशी कपूर के डिजाइंस बहुत खूबसूरती से डिजाइन किए गए है और वह कॉस्ट्यूम में बहुत सुंदर नजर आई| उनकी accessories और स्टाइल कमाल का है उनका व्यक्तित्व कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग से निखर कर आया है| सभी characters की कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग फिल्म की कहानी और इमोशन से अच्छे से मेल खाती है| सभी के कॉस्ट्यूम टोन के साथ aligned है|
श्रेणियाँ | नाम/रिलीज़/शैली/रेटिंग/सारांश |
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डायरेक्टर | शौना गौतम |
कास्ट | इब्राहिम अली खान, खुशी कपूर, सुनील शेट्टी, महिमा चौधरी, जुगल हंसराज, दीया मिर्ज़ा और अर्चनापूर्ण सिंह |
फिल्म सारांश | यह फिल्म एक ऐसी लड़की की कहानी पर आधारित है जिसकी अपनी सहेलियों में से एक सहेली के बॉयफ्रेंड को लेकर मिसअंडरस्टैंडिंग हो जाती है |
ओटीटी प्लेटफॉर्म | नेटफ्लिक्स |
फिल्म शैली | रोमांटिक ड्रामा |
CBFC | U/A |
बैकड्रॉप | दिल्ली |
मूवी टाइम | 1 घंटे 59 मिनट |
रिलीज़ | 7 मार्च 2025 |
बैकग्राउंड स्कोर
तुषार लाल का बैकग्राउंड स्कोर कहानी और दृश्यों के मूड को बिल्कुल भी नहीं बढ़ाता| फिल्म के genre के साथ बिल्कुल भी मैच नहीं करता| कुछ ही दृश्यों में वह नेचुरल और प्रभावित नजर आता है|
साउंड डिजाइन
सुहेल संवरी का साउंड डिजाइन इमोशंस को बढ़ाता है फिल्म के टोन के साथ मैच करता है विजुअल अपील भी है, कुछ दृश्यों में साउंड डिजाइन बहुत लाजवाब है| साउथ डिजाइन कुछ दृश्योंमें प्रभावित भी करता है|
क्लाइमेक्स
क्लाइमेक्स में बिल्कुल भी नयापन नहीं है पुरानी फिल्मों की तरह ही घिसा पिटा लगता है लड़के लड़की का मिल जाना और फिर बैक टू बैक दो लिप किसिंग डाल देना |
ओपिनियन
सिर्फ टाइम पास करने के लिए फिल्म देख सकते है|
रेटिंग
4.5/10
कमियां
वही पुराने दृश्य जिसको हम कितनी ही बाहर पुरानी फिल्मों में देख चुके है पति-पत्नी की आपस में ना बनना दूसरी महिला का पति की ज़िन्दगी में आ जाना और गर्भवती हो जाना, पति-पत्नी में तलाक हो जाना| मां का अपनी बेटी के साथ अपनी मां के घर चले जाना| अंत में लीड एक्ट्रेस का लिप किसिंग करना| दो प्यार करने वालों का आपस में लड़कर अलग हो जाना| जिसमें लड़की की कोई गलती ना होना, फिर भी लड़के का लड़ कर चले जाना फ्रेंड्स का अपनी सहेली के बॉयफ्रेंड को ना फोन करना और ना कुछ बताना कि वह उसे क्यों नहीं बात कर पाई और प्रेमिका का किसी ओर के साथ पिक्चर सोशल मीडिया पर वायरल होना| अगर फोन टूट गया है तो क्या नया फोन नहीं लिया जा सकता? हीरोइन को बिकनी पहना कर दर्शकों का थोड़ा मनोरंजन कर देना|
फिल्म का प्रीमियर 5 मार्च 2025 को इब्राहिम अली खान के जन्मदिन पर किया गया है
तथ्य
इस फिल्म के सभी कलाकारों के साथ अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर काम कर चुकी है, सुनील शेट्टी के साथ निर्देशक रामगोपाल वर्मा की जंगल (2000) में सिर्फ एक दृश्य में| महिमा चौधरी के साथ हैरी बावेजा की दीवाने (2000) में और निर्देशक राजकुमार संतोषी की लज्जा (2001) में सिर्फ फिल्म के एक गीत में| जुगल हंसराज के साथ शेखर कपूर की मासूम (1983) में चाइल्ड आर्टिस्ट और आज गले लग जा (1994) में हीरो के तौर पर |दीया मिर्जा के साथ खालिद मोहम्मद की तहजीब (2003) बड़ी बहन की भूमिका में| इब्राहिम अली खान के पिता सैफ अली खान के साथ श्रीधर राघवन की एक हसीना थी (2004) में खुशी कपूर की मां श्रीदेवी के साथ निर्देशक राजकंवर की जुदाई (1997) में|
नादानियां मूवी कास्ट: इब्राहिम अली खान, खुशी कपूर, सुनील शेट्टी, महिमा चौधरी, जुगल हंसराज, दीया मिर्जा और अर्चना पूरन सिंह
प्रोडूसर: करण जौहर, अपूर्व मेहता, सोमेन मिश्रा, डायरेक्टर: शौना गौतम, साउंड डिज़ाइन: सुहेल संवरी, कास्टूम डिज़ाइन: अनैता श्रॉफ अदजानिया, म्यूजिक: सचिन-जिगर, लिरिक्स: अमिताभ भट्टाचार्य, बैकग्राउंड स्कोर: तुषार लाल प्रोडक्शन डिज़ाइन: सबरीना सिंह, अमृता महल नकई, एडिटर: वैष्णवी भाते, सिद्धांत सेठ, सिनेमेटोग्राफी: अनुज समतानी कोरियोग्राफी: विजय गांगुली, तेजस्वी शेट्टी, स्टोरी-स्क्रीनप्ले-डायलॉग्स: रीवा राजदान कपूर, इशिता मोइत्रा, जेहान हांडा कास्टिंग डायरेक्टर: मुकेश छाबरा
नादानियां मूवी रिलीज डेट
7 मार्च, 2025
नादानियां मूवी रिलीज टाइम
1 बजकर 30 मिनट पर
नादानियां मूवी कास्ट 2025
इब्राहिम अली खान, खुशी कपूर, सुनील शेट्टी, महिमा चौधरी, जुगल हंसराज, दिया मिर्जा और अर्चना पूरन सिंह
Nice 👍👍👍