बी हैप्पी मूवी रिव्यू 2025: सपने को पूरा करने की लड़की के संघर्ष और कड़ी मेहनत की कहानी

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बी हैप्पी फिल्म के एक दृश्य में अभिषेक बच्चन और इनायत वर्मा
बी हैप्पी फिल्म में अभिषेक बच्चन और इनायत वर्मा (क्रेडिट/पोस्टर/रेमो डिसूजा एंटरटेनमेंट)

परिचय

14 मार्च 2025 को ओटीटी अमेजॉन प्राइम वीडियो पर रिलीज हुई बी हैप्पी एक ड्रामा फिल्म है जिसका निर्देशन रेमो डिसूजा ने किया है फिल्म का टोन ड्रामा और थीम संघर्ष और कड़ी मेहनत पर आधारित है यह फिल्म मनोरंजन के साथ-साथ एक संदेश भी देती है कि संघर्ष और कठिनाइयों का सामना चट्टान की तरह करे और हर किसी के अंदर अपने सपने को पूरा करने की जिद हो तो हर किसी का सपना पूरा हो सकता है फिल्म अपनी ट्रेलर के मुताबिक पर्दे पर उस तरह से दिखाई नहीं देती जिस तरह से ट्रेलर में दिखाया गया है| फिल्म की मुख्य भूमिकाओं में अभिषेक बच्चन, नासर, इनायत वर्मा और नोरा फतेही है|

बी हैप्पी ट्रेलर

https://www.youtube.com/watch?v=neApkeqVj4w (क्रेडिट/पोस्टर/रेमो डिसूजा एंटरटेनमेंट)

बी हैप्पी इन हिंदी

हाँ यह फिल्म हिंदी भाषा में है|

बी हैप्पी का अर्थ

बी हैप्पी का अर्थ खुश रहो होता है|

बी हैप्पी मूवी स्टोरी

बी हैप्पी फिल्म एक ऐसी लड़की की कहानी पर आधारित है जो बिन मां की बेटी है और अपने पिता और दादा के साथ ऊटी में रहती है और एक स्कूल विद्यार्थी के साथ-साथ प्रतिभाशाली डांसर भी है और इंडिया सुपरस्टार डांसर कम्पटीशन को जीतना चाहती है वह अपने सपने को पूरा करने के लिए पिता के साथ ऊटी छोड़कर मुंबई शिफ्ट हो जाती है| क्या वह अपना सपना पूरा कर पाएगी? क्या उसके सपने को पूरा करने में उसके पिता और दादा मदद करेंगे? यह सब जानने के लिए बी हैप्पी मूवी रिव्यू पढ़े|

एक्टिंग एंड कैरक्टर्स

शिव की भूमिका में अभिषेक बच्चन ने अपने चरित्र को समझ कर औसत दर्जे का अभिनय किया है उनके अभिनय में उनके पिता की झलक नजर आती है ऐसा लगता है कि वह अपने पिता की कॉपी कर रहे हो उनकी बॉडी लैंग्वेज, फैसियल एक्सप्रेशन भी अपने पिता की तरह ही लगते है वह चरित्र की गहराई को अच्छे से समझ नहीं पाए पर हां वह एक ही तरह के अभिनय की स्थिरता को बना के रखने में कामयाब रहे| जिस तरह की केमिस्ट्री उनकी बेटी और दादा के बीच रही उनकी उससे पूरी तरह से उलट है|धारा की भूमिका में इनायत वर्मा अपने अभिनय को भावनात्मक रूप से दर्शकों से जोड़ती हुई नज़र आई| उनका अभिनय असल ज़िन्दगी के काफी करीब नज़र आया| अपने चेहरे के हाव-भाव और डायलॉग डिलीवरी के द्वारा उन्होंने अपने चरित्र के व्यक्तित्व को दर्शाया है, उनकी अपने दादा से केमिस्ट्री भी शानदार रही| उनके अभिनय में एक समानता नजर आई| दादा की भूमिका में नासर के बारे में कुछ कहने की जरूरत ही नहीं है वह दक्षिण भारत सिनेमा में एक प्रतिभाशाली अभिनेताओं में गिने जाते है उन्होंने अपने रोल के मुताबिक अपनी अभिनय क्षमता का बढ़िया प्रदर्शन किया है, कुछ दृश्यों में उनका अभिनय देखा सकता है जैसे अपनी पोती को दर्द में देखने का, उसके सपने को पूरा होते हुए न देख पाने का| मैगी की भूमिका में नोरा फतेही का किरदार पूरी तरह से नृत्य पर ही निर्भर रहा, उनके अभिनय से ज्यादा ध्यान नृत्य पर रहा उनका डायलॉग्स बोलने का लहज़ा, चेहरे से अभिनय करना हो या फिर बॉडी लैंग्वेज बहुत कमजोर ही है, वह एक अच्छी डांसर तो हो सकती है पर अभिनेत्री नहीं| उनके बोलने का एक्सेंट भी इंग्लिश की तरह लगता है| मेहमान भूमिकाओं में जय भानुशाली, पुनीत पाठक, सलमान यूसुफ खान, अल्ली अवररम और सोनाली बेंद्रे हैं

निर्देशन

बी हैप्पी का निर्देशन रेमो डिसूजा ने किया है, वह एक प्रतिभाशाली और लोकप्रिय कोरियोग्राफर भी है जिन्होंने काफी सारी बॉलीवुड फिल्मों में कोरियोग्राफी भी की है वैसे तो उनकी विशेषता एक्शन और डांस वाली फिल्मों को निर्देशित करने की है| जैसे F.A.L.T.U (2011), ABCD Anybody Can Dance (2013), ABCD 2 (2015), A Flying Jatt (2016), Race 3 (2018), और Street Dance 3D (2020) इनमें कुछ फिल्में उनकी सफल रही तो कुछ असफल| वह एक बंगाली फिल्म को भी निर्देशित कर चुके है, जिसमें मिथुन चक्रवर्ती ने अभिनय किया था| इसके अलावा वह प्रोड्यूसर और एक्टर भी है| लेकिन इस फिल्म की कहानी को वह नयेपन से पेश नहीं कर पाए, जो दर्शकों को फिल्म से जोड़ नहीं पाती ना ही तो वह पूरी तरह से भावनात्मक फिल्म बना पाए और ना ही मनोरंजक| कलाकारों से भी वह औसत दर्जे का अभिनय ही निकलवा पाए| हां वह फिल्म के मूड को बरकरार रखने में जरूर कामयाब रहे| वह एक कमजोर पटकथा के साथ कहानी की गति को बरकरार रखने में असफल रहे| वह दर्शकों की उम्मीदों और भावनाओं पर खरे उतरने में नाकामयाब साबित हुए|

बी हैप्पी फिल्म के एक दृश्य में अभिषेक बच्चन और इनायत वर्मा
बी हैप्पी फिल्म में अभिषेक बच्चन और इनायत वर्मा (क्रेडिट/स्क्रीनशॉट/रेमो डिसूजा एंटरटेनमेंट)

कहानी पटकथा संवाद

बी हैप्पी की कहानी-पटकथा-संवाद रेमो डिसूजा, तुषार हीरानंदानी, कनिष्का देव, चिराग गर्ग की एकदम कमजोर है जो दर्शकों को बांधने में असफल रही फिल्म के दृश्यों को कमजोर लिखा गया है जो भावनात्मक रूप से प्रभाव नहीं डालते| संवाद भी ठीक-ठाक लिखे गए हैं कहानी कुछ भी नया ऑफर नहीं करती और पटकथा किरदारों का निर्माण अच्छे से नहीं कर पाई|

सिनेमैटोग्राफी

विजय कुमार अरोड़ा की सिनेमैटोग्राफी औसत दर्जे की है ना तो सेट डिजाइन को अच्छे से दिखाया गया और ना ही दृश्यों को विजुअली प्रभावित बनाया गया| फिल्म के विजुअलस औसत दर्जे के है, जो कहानी को ठीक-ठाक से आगे बढ़ाते है और लाइटनिंग और रंगों का इस्तेमाल अच्छे से किया गया है|

एडिटिंग

बी हैप्पी की एडिटिंग शर्विन बर्नार्ड की गति कमजोर है सेकंड हाफ में ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे एडिटिंग पूरी तरह से पटरी से उतर गई हो| फिल्म को लंबा खींचा गया है| एडिटिंग कसी हुई नहीं है| फिल्म को 20-25 मिनट काटा जा सकता था और सेकंड हाफ में फिल्म बोर करती है|

प्रोडक्शन डिजाइन

बी हैप्पी का प्रोडक्शन डिजाइन तनवी लीना पाटिल का ठीक-ठाक कहा जा सकता है सेट डिजाइन से फिल्म को विजुअली अच्छा बनाया गया है जो दर्शकों को कहानी के अच्छे वातावरण में ले जाते है लोकेशंस भी विश्वसनीय लगती है और डांस स्टेज के सेट्स फिल्म में नेचुरल लगते है|

श्रेणियाँनाम/रिलीज़/शैली/रेटिंग/सारांश
डायरेक्टररेमो डिसूजा
कास्टअभिषेक बच्चन, नासर, इनायत वर्मा और नोरा फतेही
फिल्म सारांश14 मार्च 2025 को ओटीटी अमेजॉन प्राइम वीडियो पर रिलीज हुई बी हैप्पी एक ड्रामा फिल्म है जिसका निर्देशन रेमो डिसूजा ने किया है फिल्म का टोन ड्रामा और थीम संघर्ष और कड़ी मेहनत पर आधारित है
ओटीटी प्लेटफॉर्मअमेज़न प्राइम वीडियो
फिल्म शैलीड्रामा
CBFCU/A
बैकड्रॉपऊटी, मुंबई
मूवी टाइम2 घंटे 10 मिनट
रिलीज़14 मार्च 2025

कॉस्ट्यूम डिजाइन

देनिश हमीरानी की कॉस्टयूम डिजाइनिंग फिल्म के characters के निर्माण, पृष्ठभूमि और व्यक्तित्व को दर्शाते हैं| फिल्म की कहानी को आगे बढ़ाने में सहायक है कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग फिल्म की टोन और थीम से मैच करते है| लोकल मुंबई के कल्चर को और tradition को हाईलाइट किया गया है|

बैकग्राउंड स्कोर

बी हैप्पी का बैकग्राउंड स्कोर हर्ष उपाध्याय ने संवाद, संगीत और साउंड इफैक्ट्स को पूरी तरह से बैलेंस करके बनाया है फिल्म के कुछ दृश्यों में बैकग्राउंड स्कोर इंपैक्टफुल लगता है| फिल्म के थीम के हिसाब से पूरी तरह से मैच करता है कहानी और दृश्यों के मूड को बढ़ाता है

साउंड डिजाइन

संजय मौर्य,ऑलविन रेगो का साउंड डिजाइन नेचुरल और इफेक्टिव है वह फिल्म की थीम और टोन को सपोर्ट करते है| डायलॉग क्लेरिटी और मिक्सिंग भी ठीक-ठाक है| फिल्म के इमोशंस को बढ़ाते है पूरी तरह से विजुअल्स के साथ synchronize है|

कोरियोग्राफी

बी हैप्पी की कोरियोग्राफी राहुल शेट्टी के डांस स्टेप्स काफी प्रभावित डालने वाले है| सबके डांस मूव्स और हाव-भाव इंपैक्टफुल है जो दृश्यों और इमोशंस को दर्शाते है| कोरियोग्राफी फिल्म के गाने और थीम के साथ align है| डांस के स्टाइल, गाने और कहानी के संदर्भ में है| कोरियोग्राफी एनर्जी और वेल एग्जीक्यूटेड है| कोरियोग्राफी कहानी का हिस्सा लगती है कुछ डांस sequences फिल्म को यादगार बना गए हैं जैसे auditions के डांस स्टेप्स और अभिषेक बच्चन के गाने के डांस स्टेप्स|

म्यूजिक

बी हैप्पी फिल्म का संगीत हर्ष उपाध्याय का कमजोर है कोई एक गीत भी थिरकने पर मजबूर नहीं करता है जो याद करने और सुनने योग्य हो| जिस पर डांस किया जा सके| संगीत का इस्तेमाल तो अच्छे से किया गया है पर संगीत मज़ेदार नहीं बन पाया|

लिरिक्स

प्रणव वत्स ने बहुत कमजोर गीत लिखे है और औसत दर्जे के है|

क्लाइमेक्स

वही घिसा पिटा क्लाइमेक्स है जो हम पहले भी कितनी बार फिल्मों में देख चुके है क्लाइमेक्स में कुछ भी नया नहीं है|

ओपिनियन

फिल्म के अच्छे डांस सीक्वेंस, मूव्स और अच्छी कोरियोग्राफी के लिए एक बार देख सकते है|

रेटिंग

4/10

कमियां

लड़की के बार-बार जॉइंट में दर्द होना पहले से ही पता लग जाता है कि कुछ बीमारी या हड्डी से रिलेटेड दिक्कत होगी, वही हुआ जैसे फिल्म देख के समझ में आ रहा था बोन कैंसर दिखाया गया| लड़की के सपने को भी पूरा होते हुए नहीं दिखाया गया जो उसका ड्रीम था| कुछ दृश्य तो पुरानी फिल्मों से लिए हुए लगते है| ऐसी फिल्में पहले भी हम बहुत बार देख चुके हैं कुछ भी नयापन और यूनिक नहीं था| जॉनी लीवर के रोल को फिल्म में बर्बाद किया गया है उनके रोल की वैसे भी कोई जरूरत नहीं बनती थी|

फैक्ट: रेमो डिसूजा ने अपनी सभी फिल्मों के नाम इंग्लिश लैंग्वेज में ही ज्यादातर रखे है|

फिल्म कास्ट: अभिषेक बच्चन, नासर, इनायत वर्मा और नोरा फतेही (मेहमान भूमिका में जय भानुशाली, पुनीत पाठक, सलमान यूसुफ खान, अल्ली अवररम और सोनाली बेंद्रे)

प्रोडूसर: लिज़ेल्ले डिसूजा, डायरेक्टर: रेमो डिसूजा ,साउंड डिज़ाइन: संजय मौर्य,ऑलविन रेगो, कास्टूम डिज़ाइन: डेनिश हमीरानी, म्यूजिक-बैकग्राउंड स्कोर: हर्ष उपाध्याय, लिरिक्स: प्रणव वत्स, प्रोडक्शन डिज़ाइन: तनवी लीना पाटिल, एडिटर: शर्विन बर्नार्ड, सिनेमेटोग्राफी: विजय कुमार अरोड़ा,कोरियोग्राफी: राहुल शेट्टी, डायलॉग्स-स्टोरी-स्क्रीनप्ले: रेमो डिसूजा, तुषार हीरानंदानी, कनिष्का देव, चिराग गर्ग, कास्टिंग डायरेक्टर: मुकेश छाबरा

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