केसरी चैप्टर 2 मूवी रिव्यू 2025: जलियांवाला बाग नरसंहार के कड़वे सच की मार्मिक कहानी

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केसरी चैप्टर 2 में अक्षय कुमार, आर. माधवन और अनन्या पांडे
केसरी चैप्टर 2 के एक दृश्य में अक्षय कुमार, आर. माधवन और अनन्या पांडे (क्रेडिट: पोस्टर/ धर्मा प्रोडक्शंस/केप ऑफ गुड फिल्म्स/लियो मीडिया कलेक्टिव

परिचय

18 अप्रैल, 2025 को रिलीज हुई केसरी चैप्टर 2 एक ऐतिहासिक कोर्ट ड्रामा पर आधारित है| जो केसरी (2019) में रिलीज हुई की सीक्वल है| जिसका निर्देशन करण सिंह त्यागी ने किया है| यह उनकी पहली हिंदी निर्देशित फिल्म है| यह ऐतिहासिक जलियांवाला बाग नरसंहार के कड़वे सच को उजागर करती है, जो 13 अप्रैल, 1919 को अमृतसर में घटित हुआ था, जिसमें जनरल डायर के कहने पर हजारों निहत्थे लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था| यह फिल्म संदेश भी देती है कि हमारे पूर्वजों ने भारत की आजादी के लिए कितने बलिदान दिए थे, जो आज की पीढ़ी उनसे मिली हुई आजादी में खुले में सांस ले पा रही है| फिल्म की टोन कोर्टरूम ड्रामा और थीम सत्य और इंसाफ है| फिल्म अपने ट्रेलर के मुताबिक पर्दे पर बिल्कुल वैसे ही दिखाई देती है| यह फिल्म रघु पलात और पुष्पा पलात की लिखी किताब द केस दैट शुक द एम्पायर पर आधारित है| जो इंडियन बैरिस्टर सी शंकरन नायर और 1919 में हुए जलियांवाला बाग कांड के आसपास केंद्रित है| फिल्म की मुख्य भूमिकाओं में अक्षय कुमार, आर. माधवन, अनन्या पांडे, अमित सियाल और रेजिना कैसांड्रा है|

केसरी चैप्टर 2 ट्रेलर

https://www.youtube.com/watch?v=r-7g08INMSI ((क्रेडिट: ट्रेलर/ धर्मा प्रोडक्शंस/केप ऑफ गुड फिल्म्स/लियो मीडिया कलेक्टिव)

केसरी 2 का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कितना है?

दो दिन का 17.92 करोड़ है

केसरी 2 में अक्षय कुमार कौन है?

फिल्म में वह इंडियन बैरिस्टर सी शंकरन नायर की भूमिका निभा रहे है|

क्या केसरी 2 एक रियल स्टोरी है

यह फिल्म रघु पलात और पुष्पा पलात की लिखी किताब द केस दैट शुक द एम्पायर पर आधारित है|

मैं केसरी चैप्टर 2 कहां देख सकता हूं

मल्टीप्लेक्स और सिनेमा हॉल में

केसरी अध्याय 2 किस पर आधारित है

यह फिल्म ऐतिहासिक जलियांवाला बाग नरसंहार के कड़वे सच को उजागर करती है, जो 13 अप्रैल 1919 को अमृतसर में घटित हुआ था, जिसमें जनरल डायर के कहने पर हजारों निहत्थे लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था|

कहानी

केसरी चैप्टर 2 एक ऐसे इंडियन बैरिस्टर सी शंकरन नायर की कहानी पर आधारित है, जो 13 अप्रैल, 1919 को जलियांवाला बाग नरसंहार के दोषी जनरल डायर के जुर्म का पर्दाफाश कर उसे दोषी साबित करवाकर सजा दिलवाता है| एक वकील के लिए यह सब करना क्या आसान होगा कि वह इस केस को जीत पाएगा| क्या उसके खिलाफ सबूत मिल पाएंगे? क्या वह दोषी साबित हो पाएगा? क्या उसे सजा मिल पाएगी? यह सब जानने के लिए केसरी चैप्टर 2 रिव्यू को पढ़े|

अभिनय और कैरक्टर्स

सी शंकरन नायर की भूमिका में अक्षय कुमार ने अपने चरित्र को गहराई से समझकर, दर्शकों की भावनाओं का ख्याल रखते हुए, सच्चाई के काफी करीब अभिनय करते हुए नजर आए| उन्होंने वकील की भूमिका में बहुत उम्दा अभिनय किया है, उनकी संवाद अदायगी, बॉडी लैंग्वेज और चेहरे के हाव-भाव ने उनके चरित्र के व्यक्तित्व को निखार दिया है| कुछ दृश्यों में उनका अभिनय बहुत जबरदस्त कहा जा सकता है, जैसे वह जलियांवाला बाग देखने जाते हुए, कृपाल सिंह की चिट्ठी पढ़ते हुए भावनात्मक दृश्य जिसमें वह रो पड़ते है| जब वह प्रगट सिंह के मरने के बाद देखने जाते है| उनकी दिलरीत के साथ की केमिस्ट्री भी शानदार कही जा सकती है| उन्होंने फिल्म के हर दृश्य में अपने चरित्र को स्थिर रखा है|

दिलरीत की भूमिका में अनन्या पांडे ने बहुत ही बेहतरीन और लाजवाब अभिनय किया है| उनको पहली बार एक ऐसी भूमिका मिली है, जिसमें उनको अपनी अभिनय क्षमता को साबित करने का मौका मिला है और वह काफी हद तक उसमें सफल भी रही| कुछ दृश्यों में उनका अभिनय दमदार कहा जा सकता है| उन्होंने भावनात्मक दृश्यों में कमाल का अभिनय किया है| मार्था से सवाल जवाब करने वाले कोर्ट के दृश्य में उनका अभिनय बहुत ही जबरदस्त है| मकिनले की भूमिका में आर. माधवन ने नकारात्मकता रोल निभाया है| वह प्रतिभाशाली अभिनेता है और उनका अभिनय भी काबिले तारीफ कहा जा सकता है| उनके भी कुछ दृश्यों में अभिनय बहुत हटकर है| फिल्म में उनकी सहायक भूमिका है और वह काफी हद तक अपनी भूमिका के साथ इंसाफ करते हुए नजर आए| उनकी डायलाग डिलीवरी भी बढ़िया है| पार्वती नायर की भूमिका में रेजिना कैसांड्रा का अभिनय भी औसत दर्जे का है| उनकी हाल ही में रिलीज हुई जाट फिल्म सिनेमाघरों में चल रही है, जो बॉक्स ऑफिस पर सफल साबित हुई और जिसमें उन्होंने बढ़िया अभिनय किया है| इस फिल्म में उनके खाते में ज्यादा दृश्य तो नहीं है पर उन्होंने औसत दर्जे का अभिनय किया है| सहायक भूमिकाओं में अमित सियाल, साइमन पैस्ले डे, एलेक्स ओ’नेल और लुक केन्नी का अभिनय भी ठीक-ठाक है| मसाबा गुप्ता एक गीत खुमारी में नजर आई|

निर्देशन

केसरी चैप्टर 2 का निर्देशन करण सिंह त्यागी ने किया है, यह उनकी पहली हिंदी निर्देशित फिल्म है| उन्होंने कोर्ट रूम की कहानी को कसकर पकड़कर मनोरंजक बनाया है| कहानी की गति और ढांचा स्पष्ट है| वह सभी से बहुत अच्छा अभिनय निकलवाने में सफल रहे| उन्होंने फिल्म के कोर्ट रूम ड्रामा की टोन को लगातार बनाए रखा| उन्होंने तकनीकी एकीकरण जैसे संपादन, सिनेमैटोग्राफी, संगीत और साउंड डिजाइन को प्रभावी रूप से एकीकृत किया| कहानी को उन्होंने एक नयेपन और ताज़गी से दिखाया, जो फिल्म को मनोहर बनाती है|

कहानी-पटकथा

करण सिंह त्यागी, अमृतपाल सिंह बिंद्रा की कहानी-पटकथा ऐतिहासिक घटना से ली गई है, जिसको नए तरीके से लिखा गया है| पटकथा भी दमदार कही जा सकती है, जो ताजा और नई लगती है| फर्स्ट हाफ कुछ खास नही है पर सेकंड हाफ बहुत ही अच्छा बन पड़ा है| पटकथा पात्रों का निर्माण करने में मदद करती है| क्लाइमेक्स के दृश्यों को शानदार तरीके से लिखा गया है|

केसरी चैप्टर 2 में अक्षय कुमार और अनन्या पांडे
केसरी चैप्टर 2 के एक दृश्य में अक्षय कुमार और अनन्या पांडे (क्रेडिट: स्क्रीनशॉट/ धर्मा प्रोडक्शंस/केप ऑफ गुड फिल्म्स/लियो मीडिया कलेक्टिव

डायलॉग

सुमित सक्सेना के डायलॉग बहुत ही प्रभावशाली लिखे गए हैं और एक दृश्य से दूसरे दृश्य के बीच का परिवर्तन सुचारू रूप से है| भावनात्मक डायलॉग्स दिल को छू लेने वाले है| कुछ डायलॉग इंग्लिश में भी है|

सिनेमैटोग्राफी

देबोजित रे की सिनेमेटोग्राफी के विज़ुअल अद्भुत है जो कहानी को आगे बढ़ाने में मदद करते है| अलग-अलग कैमेरा एंगल्स और मूवमेंट्स फिल्म को लुभावना बनाते है| कोर्ट रूम के दृश्यों को बहुत बढ़िया से फिल्माया गया है| जलियांवाला बाग वाला दृश्य आईकॉनिक बन पड़ा है| लो लाइटनिंग ने कोर्ट रूम दृश्यों की टोन को बढ़ा दिया है| दृश्यों की फ्रेमिंग सुंदर और आकर्षक है| रंगों का सही से इस्तेमाल भी फिल्म की टोन के मुताबिक है|

एडिटिंग

नितिन वैद्य की एडिटिंग की गति कसी हुई है, जो कहानी को तेज गति की और मनोरंजक बनाती है| फिल्म की लंबाई भी ठीक-ठाक है| कहानी को समझने में संपादन का बढ़िया इस्तेमाल किया गया है जो फिल्म की टोन के साथ कंसिस्टेंट है| फ्लैशबैक के दृश्यों और वर्तमान के दृश्यों का बदलाव स्पष्ट दिखते हैं|

प्रोडक्शन डिजाइन

रीता घोष के कोर्ट रूम के सेट्स काफी वास्तविक लगते है, जो दर्शकों को कहानी के वातावरण में ले जाते है| 1919 के आसपास के बैकग्राउंड पर बनी फिल्म के उस दौर के सेट्स और सामग्री को प्रभावी रूप से कैप्चर किया गया है| दृश्यों का डिजाइन तार्किक और विश्वसनीय है| सांस्कृतिक बारीकियां को अच्छे से दिखाया गया है|

कॉस्ट्यूम डिजाइन

शीतल शर्मा के कॉस्ट्यूम ऐतिहासिक पीरियड के साथ मेल खाते है| फिल्म के लीड स्टार कास्ट के कपड़े उनके पात्रों को प्रभावी रूप से दर्शाते है| कॉस्ट्यूम कहानी और दृश्यों के टोन के साथ मेल खाते है| कॉस्ट्यूम स्थानीय संस्कृति, परंपरा, विजुअल अपीलिंग और सुंदरता को ध्यान में रखते हुए आकर्षक है|

श्रेणियाँनाम/रिलीज़/शैली/रेटिंग/सारांश
डायरेक्टरकरण सिंह त्यागी
कास्टअक्षय कुमार, आर. माधवन, अनन्या पांडे, अमित सियाल और रेजिना कैसांड्रा
रिलीज़ तारीख18 अप्रैल 2025
फिल्म शैलीहिस्टोरिकल कोर्टरूम ड्रामा
CBFCA
बैकड्रॉपअमृतसर
मूवी टाइम2 घंटे 15 मिनट

बैकग्राउंड स्कोर

शाश्वत सचदेव के कोर्ट रूम के दृश्यों में बैकग्राउंड स्कोर कहानी के मूड को बढ़ाते है| फिल्म के इमोशनल क्लाइमेक्स में बैकग्राउंड स्कोर ने दर्शकों की भावनाओं को बढ़ाया है| बैकग्राउंड स्कोर फिल्म के टोन के साथ मेल खाता है|

साउंड डिजाइन

अनीश जॉन का साउंड डिजाइन प्राकृतिक और प्रभावी है और वह कोर्ट रूम ड्रामा वाले दृश्यों, भावनात्मक दृश्यों को सहायता प्रदान करता है| डायलॉग की क्लेरिटी और मिक्सिंग भी साफ़ सुनाई देती है| विजुअल्स के साथ सिंक्रोनाइज भी है|

म्यूजिक

केसरी चैप्टर 2 का संगीत शाश्वत सचदेव, कविता सेठ-कनिष्क सेठ ने दिया है|ओ शेरा तीर ते ताज गीत पूरी फिल्म के बैकग्राउंड में प्ले किया गया है| जिसको मनमोहन वारिस, कमल हीर और संगतर ने गाया है| और इस गीत के गीतकार सुखविंदर अमृत है| कित्थे गया तू साइयाँ बहुत ही भावनात्मक और मसस्पर्शी गीत है, जो दिल को छू लेता है| यह गीत भी फिल्म के बैकग्राउंड में प्ले किया गया है| खुमारी गीत का संगीत कविता सेठ-कनिष्क सेठ ने बनाया और इसे कविता सेठ ने ही गाया है|

लिरिक्स

केसरी चैप्टर 2 के सभी गीत इरशाद कामिल ने लिखे है, सिर्फ साइक्लोन गीत किंग ने लिखा है| शेरा तीर ते ताज गीत सुखविंदर अमृत ने लिखा है|

क्लाइमेक्स

फिल्म का क्लाइमेक्स रोंगटे खड़े कर देने वाला है जिसमें अंग्रेज़ों को उनके सामने ही गालियां दी गई है| देशभक्ति के जज्बे को दिलों में भरने वाला है और अंग्रेजों को एक संदेश देने वाला है कि अंग्रेजों भारत छोड़ो|

रेटिंग

****

ओपिनियन

अक्षय कुमार, आर माधवन और अनन्या पांडे के जबरदस्त अभिनय, जलियांवाला बाग का सच जानने के लिए और वे फिल्म प्रेमी जो कोर्ट रूम ड्रामा देखना पसंद करते है, वे सभी केसरी चैप्टर 2 को देख सकते है|

कमियां

अक्षय कुमार, आर माधवन और अनन्या पांडे के जबरदस्त अभिनय, जलियांवाला बाग का सच जानने के लिए और वे फिल्म प्रेमी जो कोर्ट रूम ड्रामा देखना पसंद करते है, वे सभी केसरी चैप्टर 2 को देख सकते है| फिल्म को सेंसर बोर्ड ने ए सर्टिफिकेट दिया है, क्योंकि फिल्म में गालियों का बहुत ज्यादा प्रयोग किया गया है, जिसकी वजह से सेंसर बोर्ड ने ए सर्टिफिकेट दिया है| मगर मुझे लगता है कि ए सर्टिफिकेट नहीं देना चाहिए था, क्योंकि इस फिल्म को देश के हर एक नागरिक को देखना चाहिए| और अपने इतिहास को जानना भी चाहिए कि जलियांवाला बाग का सच क्या था| फिल्म में कुछ डायलॉग इंग्लिश में भी है, जिनको इंग्लिश अच्छे से समझ में नहीं आती होगी, उसके ऊपर से डायलॉग निकल जाएंगे| अगर हिंदी में डायलॉग लिखे गए होते तो उसका इंपैक्ट कुछ ज्यादा ही होता| केसरी चैप्टर 2 कोई मसाला फिल्म नही है लेकिन दर्शकों को पसंद आती है या नही ये तो बाद में ही पता चलेगा| केसरी चैप्टर 2 की एंटरटेनमेंट वैल्यू कम है और दर्शकों की पसंद को भांपना बहुत मुश्किल है|

तथ्य (जो फिल्म के एंडिंग पार्ट से लिए गए हैं)

  • केस के बाद, माइकल ओड’वायर को गवर्नर के पद से हटा दिया गया|
  • 20 साल बाद, माइकल ओड’वायर को भारतीय क्रांतिकारी उधम सिंह ने जलियांवाला बाग हत्याकांड का बदला लेते हुए गोली मार दी|
  • इस केस के बाद जनरल डायर को सेना हटा दिया गया| इंग्लैंड वापस आने के बाद भी, यह सदमा उन्हें सत्ता रहा| उन्हें कई दौरे पड़े और आखिर में 23 जुलाई, 1927 को सेरिब्रल हैम्रेज से उनकी मौत हो गई| जब मौत हुई तब वह एक दम अकेले थे|
  • संकरन नायर ने अपनी आखिरी सांस तक अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी|
  • न्याय के लिए लड़े गए उनके इस संघर्ष को पंजाब के लोग आज तक नहीं भूले हैं|
  • अमृतसर की पावन मिट्टी पर घटे उस नरसंहार को 106 साल हो चुके है| पर अभी तक हम पर जुल्म ढाने वाले अंग्रेजों ने रत्ती भर भी शर्म नहीं दिखा| जलियांवाला बाग के शहीदों के परिवार उस एक शब्द को सुनने का इंतजार कर रहे हैं, जो अंग्रेजों ने आज तक नहीं कहा…… सॉरी
  • 13 अप्रैल, 1919 को जलियांवाला बाग में बैसाखी के त्योहार पर आयोजित सभा अकल्पनीय त्रासदी के दृश्य में बदल गई| जो लोग जश्न मनाने गए थे, वह एक पल में शहीद हो गए|
  • उनका बलिदान हमारे इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्याय है, जो हमारे राष्ट्र की आत्मा में हमेशा के लिए अंकित हो गया है|
  • द केस दैट शुक द एम्पायर: वन मैन्स फाइट फॉर द ट्रुथ अबाउट द जालियांवाला बाग मैस्सेकर रघु पलात और पुष्पा पलात द्वारा लिखित

केसरी चैप्टर 2 के कलाकार: अक्षय कुमार, आर.माधवन, अनन्या पांडे, अमित सियाल, रेजिना कैसांड्रा, साइमन पैस्ले डे, एलेक्स ओ’नेल और लुक केन्नी

प्रोडूसर: करण जौहर, हीरू यश जौहर, अपूर्व मेहता, आनंद तिवारी, अरुणा भाटिया, अमृतपाल सिंह बिंद्रा, अदार पूनावाला, डायरेक्टर: करण सिंह त्यागी, साउंड डिज़ाइन: अनीश जॉन, कास्टूम डिज़ाइन: शीतल शर्मा, म्यूजिक: शाश्वत सचदेव, कविता सेठ, कनिष्क सेठ, संगतर, लिरिक्स: इरशाद कामिल, सुखविंदर अमृत, किंग, बैकग्राउंड स्कोर: शाश्वत सचदेव, प्रोडक्शन डिज़ाइन: रीता घोष, एडिटर: नितिन वैद्य, सिनेमेटोग्राफी: देबोजित रे, डायलॉग्स: सुमित सक्सेना, स्टोरी-स्क्रीनप्ले: करण सिंह त्यागी, अमृतपाल सिंह बिंद्रा, एक्शन: फ्लोरियन हॉट्ज, सुनील रॉड्रिक्स, कास्टिंग डायरेक्टर: पंचमी घावरी

केसरी चैप्टर 2 रिलीज़ डेट

18 अप्रैल 2025

केसरी चैप्टर 2 बजट

150 करोड़

केसरी चैप्टर 2 Ott

JioHotstar

केसरी चैप्टर 2 वर्ल्डवाइड कलेक्शन

30.72 करोड़

केसरी चैप्टर 2 कलेक्शन डे 3

11.84 करोड़

केसरी चैप्टर 2 imdb

केसरी चैप्टर 2 के वीडियो

यूट्यूब पर देख सकते है|

केसरी चैप्टर 2 बॉक्स ऑफिस कलेक्शन

दो दिन का 17.92 करोड़ है

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