
परिचय
25 अप्रैल 2025 को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई ज्वेल थीफ 2025 क्राईम थ्रिलर पर आधारित है| जिसका निर्देशन कुकी गुलाटी और रोब्बी ग्रेवाल ने किया है| इस फिल्म को बनाने का उद्देश्य सिर्फ और सिर्फ मनोरंजन है| फिल्म का टोन थ्रिलर और थीम क्रीम और लूट है| फिल्म अपने ट्रेलर के मुताबिक बिल्कुल वैसे ही दिखाई देती है| फिल्म की मुख्य भूमिकाओं में सैफ अली खान, जयदीप अहलावत, कुणाल कपूर और निकिता दत्ता है|
ज्वेल थीफ: द हीस्ट बिगिन्स ट्रेलर
https://www.youtube.com/watch?v=_dUNLPNfS8s (क्रेडिट: ट्रेलर/ मरफ़लिक्स पिक्चर्स )
प्लॉट
यह फिल्म एक ज्वेल थीफ और इंडियन आर्ट कलेक्टर की कहानी पर आधारित है| ज्वेल थीफ के पिता उसे अपना बेटा नहीं मानते और उससे उनका कोई सम्बन्ध नहीं रखते| लेकिन इंडियन आर्ट कलेक्टर किसी तरह से उसके पिता और छोटे भाई को अपने चंगुल में फंसा लेता है, और ज्वेल थीफ को ब्लैकमेल करना शुरू कर देता है| अब वह पिता और छोटे भाई को किस तरह से बचाएगा| क्या वह उसके लिए काम करेगा? ऐसा क्या काम है जो वह ही कर सकता है कोई और नहीं? क्या वह अपने पिता और भाई की तरह खुद भी उसके चंगुल में फंस जाएगा? यह सब जानने के लिए आपको ज्वेल थीफ फिल्म देखनी पड़ेगी
एक्टिंग एंड कैरक्टर्स
रेहान की भूमिका में सैफ अली खान ने अपने पात्र के मुताबिक कमाल का अभिनय किया है, चाहे उनके एक्शन वाले दृश्य हो, लूटपाट करने वाले दृश्य हो या उनके चलने का स्टाइल हो, वह हर तरह से अपने अभिनय के साथ इंसाफ करते नजर आए| वह फिल्म में बहुत डैशिंग दिखाई दिए, लेकिन उनकी इस तरह की भूमिका को हम पहले भी कई फिल्मों में देख चुके है| उनकी भूमिका में कुछ नयापन नहीं है| राजन की भूमिका में जयदीप अहलावत ने भी शानदार अभिनय किया है, और वह अपनी क्षमता के मुताबिक अपनी भूमिका के साथ इंसाफ करने में सफल रहे| कुछ दृश्यों में उनका अभिनय बहुत ही जबरदस्त है, जैसे फिल्म के पहले और अंत के दृश्यों में| सैफ अली खान के साथ उनकी केमिस्ट्री भी बढ़िया रही| विक्रम की भूमिका में कुणाल कपूर का अभिनय भी औसत दर्जे का कहा जा सकता है वैसे भी उनकी भूमिका को लिखने में कंजूसी बरती गई है| वह काफी दिनों के बाद पर्दे पर दिखाई दिए, मगर कमजोर भूमिका की वजह से उन्हें ज्यादा मौका नहीं मिला| फराह की भूमिका में निकिता दत्ता का अभिनय अच्छा कहा जा सकता है, उनका जितना भी रोल है, उसके मुताबिक वह अपनी अभिनय की क्षमता को दिखाने में कामयाब रही| सहायक भूमिकाओं में गगन अरोड़ा, कुलभूषण खरबंदा, शाजी चौधरी और सुमित गुलाटी का अभिनय ठीक-ठाक कहा जा सकता है
निर्देशन
ज्वेल थीफ हिंदी मूवी का निर्देशन कुकी गुलाटी और रोब्बी ग्रेवाल ने किया है इस फिल्म से पहले रॉबी ग्रेवाल ने समय (2003), MP3 मेरा पहला पहला प्यार (2007), आलू चाट (2009) और रोमियो अकबर वाल्टर (2019) जैसी फिल्में निर्देशित कर चुके है| वह अपनी फिल्मों से कुछ खास धमाल नहीं मचा पाए, उनकी ऐसी कोई फिल्म नहीं है जो याद रखी जा सके| यह फिल्म भी मुझे 2019 में रिलीज हुई ड्राइव (सुशांत सिंह राजपूत) की तरह ही लग रही है| फिल्म की कहानी में कोई दम नहीं है| ऐसी कहानियों पर हम पहले भी कई फिल्में देख चुके है, लेकिन कहानी को जिस नए तरीके से पेश किया गया है, उससे दर्शकों की दिलचस्पी बनी रहती है| वह सैफ अली खान और जयदीप अहलावत से अच्छा अभिनय निकलवाने में सफल रहे| कहानी की गति, टोन और थीम बरकरार रखने में कामयाब रहे| तकनीकी पक्ष भी मजबूत कहा जा सकता है| कुछ दृश्य जैसे म्यूजियम वाला और हवाई जहाज वाला बहुत शानदार तरीके से निर्देशित किया गया है|
कहानी
कुछ खास नहीं है, लेकिन कहानी को नयेपन, ताज़ा और मनोरंजक तरीके से लिखा गया है|

पटकथा
डेविड लोगान की पटकथा औसत दर्जे की कही जा सकती है, कुछ निश्चित दृश्यों पर ध्यान देने की जरूरत है| पहला हाफ मनोरंजक और सेकंड हाफ मनोहर बन पड़ा है|
डायलॉग
सुमित अरोड़ा ने डायलॉग साधारण लिखे हैं, कुछ दृश्यों के डायलॉग लाजवाब कहे जा सकते हैं|
सिनेमैटोग्राफी
जिष्णु भट्टाचार्यजी की करी हुई सिनेमेटोग्राफी दिखने में बहुत उत्कृष्ट कहीं जा सकती है| एरियल व्यूज दृश्य दिखने में शानदार है| फिल्म में रंगों और रोशनी का इस्तेमाल बहुत जबरदस्त दिखता है| जो बड़ी स्क्रीन पर देखने का मजा देते हैं| कैमरा एंगल्स और मूवमेंट्स काफी प्रभावी तरीके से इस्तेमाल किए गए हैं|
एडिटिंग
आरिफ शेख की एडिटिंग की गति ठीक-ठाक है, मध्य हिस्से को छोड़कर ओवरऑल कसी हुई है| फिल्म की लंबाई भी उचित है, जो थीम और टोन के साथ स्थिर है|
कोरियोग्राफी
पीयूष-शाजिया की कोरियोग्राफी का ज्यादा स्कोप तो नहीं है, सिर्फ एक गीत जादू को छोड़कर जो फिल्म के अंत में दिखाया गया है, की कोरियोग्राफी अच्छी कहीं जा सकती है|
श्रेणियाँ | नाम/रिलीज़/शैली/रेटिंग/सारांश |
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डायरेक्टर | कुकी गुलाटी और रोब्बी ग्रेवाल |
कास्ट | सैफ अली खान, जयदीप अहलावत, कुणाल कपूर और नीतिका दत्ता |
फिल्म रिलीज़ | 25 अप्रैल 2025 |
फिल्म शैली | क्राइम थ्रिलर |
CBFC | U/A |
बैकड्रॉप | लंदन और मुंबई |
मूवी टाइम | 1 घंटा 58 मिनट |
ओटीटी प्लेटफार्म | नेटफ्लिक्स |
प्रोडक्शन डिजाइन
मधुर माधवन, स्वप्निल भालेराओ का प्रोडक्शन डिज़ाइन कहानी के संदर्भ में सेट डिजाइन और लोकेशंस विश्वसनीय और विस्तृत है| फिल्म की टोन से मैच करता है| जैसे बंगले का डिजाइन फिल्म की टोन को प्रमुखता से दिखाते हैं| फिल्म में प्रोडक्शन डिजाइन ने एक विश्वसनीय वातावरण बनाया है|
कॉस्ट्यूम डिजाइन
अनुष्का सोनगांवकर की कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग फिल्म के पात्रों के मुताबिक बढ़िया है, विशेषकर सैफ अली खान का डैशिंग लुक और निकिता दत्ता का सेक्सी लुक वाला कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग आकर्षक है|
बैकग्राउंड स्कोर
शेजान शेख के थ्रिलर सीक्वेंस में बैकग्राउंड स्कोर ने प्रभावित किया है| दर्शकों की उम्मीदों और भावनाओं पर खड़ा उतरता है|
साउंड डिजाइन
अनिर्बन सेनगुप्ता का साउंड डिजाइन प्राकृतिक और प्रभावित करने वाला है, डायलॉग की मिक्सिंग और क्लेरिटी सुनने में साफ सुथरी है और साउंड डिजाइन विजुअल्स के साथ सिंक्रोनाइज है|
म्यूजिक
सचिन-जिगर का संगीत बिल्कुल भी यादगार नहीं है, कोई भी ऐसा गीत नहीं है, जो याद रखा जा सके| गीत जैसे इल्जाम,लूटेरा और जादू जिन्हें लोकप्रिय सिंगर्स ने गाया है, लेकिन कुछ खास नहीं बन पाए| सिर्फ टाइटल ट्रैक ज्वेल थीफ ठीक ठाक कहा जा सकता है|
लिरिक्स
कुमार ने गीतों को फिल्म की टोन और थीम के मुताबिक जैसे तैसे लिख दिए है|
एक्शन
परवेज़ शेख, रियाज-हबीब, केचा कंफक्डी ने फिल्म में एक्शंस दृश्यों को बहुत ही दमदार तरीके से फिल्माया है, फिल्म की टोन और थीम के साथ मैच करते हैं| लेकिन कुछ दृश्यों में खून खराबा और बहुत बुरे तरीके से मारते हुए दिखाया गया है|
क्लाइमेक्स
फिल्म का क्लाइमेक्स दृश्य बहुत बढ़िया बन पड़ा है और अलग तरह का और हटकर है|
रेटिंग
**
ओपिनियन
सैफ अली खान और जयदीप अहलावत के शानदार प्रदर्शन और कुछ ट्विस्ट्स और टर्न्स के लिए एक बार देखी जा सकती है|
त्रुटियां
बिना किसी को इन्फॉर्म किए बिना विक्रम कहीं भी उड़ कर पहुंच जाता है, चला जाता है और उनके हर दृश्य में वह एक जैसे ही नजर आते हैं|
प्रिंस अपनी और डायमंड की सेफ्टी के लिए प्राइवेट जेट और सुरक्षा कर्मियों का इस्तेमाल कर सकता था, मगर यह सब जानते हुए भी उसने पब्लिक जेट का इस्तेमाल किया |
विक्रम के जीरो आइडिया का होना कि हर बार रेहान प्लान बदल देता है, जबकि वह पूरे प्लान को खुद ही पूरी तरह से ट्रैक कर रहा होता है| उसका चरित्र घिसा पिटा हुआ है और पहले से ही भविष्यवाणी हो जाती है कि आगे क्या होगा| जैसे कि रेहान को पता है कि विक्रम उस तक नहीं पहुंच पाएगा|
राजन का खुद को मार देना लेकिन क्यों यह समझ से परे है|
यूके हाई कमिश्नर का add करना बहुत ज्यादा लगता है|
फराह और रेहान का एक दूसरे से प्यार हो जाना यह भी समझ से परे है, और उसके पति का ना देखना यह उससे भी ज्यादा मज़ाक लगता है|
ज्वेल थीफ मूवी 2025 फिल्म कास्ट: सैफ अली खान, जयदीप अहलावत, कुणाल कपूर, निकिता दत्ता, कुलभूषण खरबंदा, गगन अरोड़ा और शाजी चौधरी
प्रोडूसर: सिद्धार्थ आनंद, ममता आनंद, डायरेक्टर: कुकी गुलाटी, रोब्बी ग्रेवाल, साउंड डिज़ाइन: अनिर्बन सेनगुप्ता, कास्टूम डिज़ाइन:अनुष्का सोनगांवकर, म्यूजिक: सचिन-जिगर, साउंडट्रेक एंड अनीस अली साबरी, OAFF एंड सवेरा, लिरिक्स: कुमार, बैकग्राउंड स्कोर: शेजान शेख, प्रोडक्शन डिज़ाइन: मधुर माधवन, स्वप्निल भालेराओ, एडिटर: आरिफ शेख, सिनेमेटोग्राफी: जिष्णु भट्टाचार्यजी, कोरियोग्राफी: पीयूष-शाजिया, डायलॉग्स: सुमित अरोड़ा, स्टोरी-स्क्रीनप्ले: डेविड लोगान, एक्शन: परवेज़ शेख, रियाज-हबीब, केचा कंफक्डी, विजुअल इफैक्ट्स: प्राइम फोकस लिमिटेड, कास्टिंग डायरेक्टर: मुकेश छाबरा
ज्वेल थीफ 2025 रिलीज़ डेट
25 अप्रैल 2025
ज्वेल थीफ द हीस्ट बिगिन्स रिव्यु
इसी पेज पर पढ़ सकते है|
ज्वेल थीफ नेटफ्लिक्स
25 अप्रैल 2025 को रिलीज़ हो चुकी है|
ज्वेल थीफ फुल मूवी
नेटफ्लिक्स पर देख सकते है|