
परिचय
17 दिसंबर 2021 को रिलीज हुई पुष्पा द राइज एक एक्शन ड्रामा पर आधारित है| जिसका निर्देशन सुकुमार ने किया है यह फिल्म मनोरंजन के साथ-साथ एक संदेश भी देती है कि आज भी समाज में जाति का जहर फैला हुआ है, भ्रष्टाचार फैला है, और गरीबों को दबाया जाता है| फिल्म का टोन एक्शन ड्रामा और थीम क्रीम है| फिल्म अपने ट्रेलर के मुताबिक पर्दे पर बिल्कुल वैसी ही दिखाई देती है| इस पुष्पा द राइज पिक्चर की मुख्य भूमिकाओं में अल्लू अर्जुन, रश्मिका मंदाना, जगदीश प्रताप भंडारी, धनंजय, अजय घोष, राव रमेश, अनसूया भारद्वाज और फहद फाजिल है|
पुष्पा द राइज ट्रेलर
https://www.youtube.com/watch?v=pKctjlxbFDQ (क्रेडिट: पोस्टर/मैथ्री मूवी मेकर्स/मुत्तमसेट्टी मीडिया )
पुष्पा द राइज देखें
पुष्पा द राइज अमेज़न प्राइम वीडियो पर देखें
पुष्पा द राइज ने कितनी कमाई की थी?
360-393 Crores
पुष्पा द राइज मूवी किस चैनल पर देखें?
डिज्नी+ हॉटस्टार, ज़ी5, अमेज़न प्राइम, नेटफ़्लिक्स से डाउनलोड कर सकते हैं|
कहानी
पुष्पा द राइज फिल्म एक दिहाड़ी मजदूर पुष्पा की कहानी पर आधारित है| जो एक मामूली दिहाड़ी मजदूर से, लाल चंदन की तस्करी में शामिल एक गिरोह के रैकेट के माध्यम से आगे बढ़ता है, वह किस तरह से काम करता है कि उसकी गिरोह में धाक जम जाती है| क्या वह कुछ गलत काम करना शुरू कर देता है? क्या वह इस ग्रुप में शामिल बहुत से लोगों का दुश्मन बन जाता है? क्या वह गिरोह का सारा काम संभाल लेगा? यह सब जानने के लिए आपको पुष्पा द राइज देखनी पड़ेगी|
अभिनय और चरित्र
पुष्पाराज की भूमिका में अल्लू अर्जुन के अभिनय के बारे में क्या कहना जितनी तारीफ की जाए उतनी कम है उन्होंने अपने चरित्र को बिल्कुल ही नए अंदाज और अलग ढंग से निभाया है| वह 100 फ़ीसदी अपने को दर्शकों से जोड़ पाने में कामयाब रहे, उन्होंने डायलॉग्स का उत्तम और प्रभावी तरीके से उच्चारण किया, उनके बोलने का हाव-भाव और लय बेहतरीन है| उन्होंने अपने व्यक्तित्व को चेहरे के हाव-भाव और बॉडी लैंग्वेज से दमदार तरीके से दिखाया है| जैसे बीड़ी पीने का स्टाइल, कंधे उठा कर रखना, चलने का स्टाइल और गर्दन के नीचे हाथ को घुमाना, वह हर तरह से संपूर्ण नजर आए उनके अभिनय की स्थिरता और दूसरे अभिनेताओं के साथ केमिस्ट्री लाजवाब है, एक तरह से उनके अभिनय ने कहानी को आगे बढ़ाने और दर्शकों की भावनाओं पर पूरा खडा उतरने की कोशिश की है| इस साल के सभी अवार्ड फंक्शन में वह बेस्ट एक्टर कैटेगरी के लिए नॉमिनेट किए जा सकते है और काफी सारे अवार्ड भी जीत सकते है, वह राष्ट्रीय पुरस्कार पाने के भी वह हकदार है|
श्रीवल्ली की भूमिका में रश्मिका मंदाना ने भी अपने चरित्र की गहराई को समझकर भावनात्मक और यथार्थवाद अभिनय किया है| उनके रोल की लंबाई ज्यादा लम्बी तो नहीं है, पर जितनी भी भूमिका उनको निभाने को मिली उन्होंने भी शानदार प्रदर्शन किया है| केशव की भूमिका में जगदीश प्रताप भंडारी का अभिनय भी बढ़िया और बेहतरीन है, उनकी पुष्पा के साथ की केमिस्ट्री जबरदस्त है| भंवर सिंह शेखावत की भूमिका में फहद फाजिल ने भी कमाल का अभिनय किया है| उनकी भूमिका सिर्फ 26 मिनट की रही पर वह छोटी सी भूमिका में भी फिल्म में छाप छोड़ने में कामयाब रहे| उनका अभिनय भी प्रभावशाली रहा| वह मलयालम फिल्मों के जाने-माने कलाकार है| दक्षिण भारतीय होते हुए भी उनका राजस्थानी उच्चारण शानदार रहा, इस से पता चलता है कि वह कितने प्रतिभाशाली अभिनेता है| सहायक कलाकारों में जैसे सुनील, धनंजय, अजय घोष, राव रमेश और अनसूया भारद्वाज ने भी बढ़िया अभिनय किया है|
निर्देशन
इस फिल्म का निर्देशन सुकुमार ने किया है जो तेलुगू फिल्मों के सबसे सफल निर्देशकों में गिने जाते है| इस फिल्म से पहले वह 100% लव (2011), नेनोककादीन (2014), 1: नाननाकुप्रेमथो (2016), और रंगस्थालम (2018) जैसी सफल फिल्मों का निर्देशन कर चुके है| उनकी इस फिल्म ने पिछली सभी फिल्मों के कमाई के मामले में सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए| उन्होंने कहानी को नयेपन और मनोरंजक तरीके से पेश किया, जो दर्शकों को फिल्म के अंत तक अपनी सीट से बांधे रखता है| उन्होंने फिल्म के टोन को बरकरार रखते हुए सभी कलाकारों से जबरदस्त अभिनय निकलवाया है| उन्होंने सिनेमैटोग्राफी और बैकग्राउंड स्कोर का परफेक्ट सिंक्रोनाइजेशन किया, जो क्लाइमेक्स को अलग बनाता है| उन्होंने कसी हुई पटकथा और तेज गति की एडिटिंग के साथ कहानी की गति को बरकरार रखा| फिल्म को यूनिक स्टाइल में फिल्माया| वह दर्शकों की उम्मीदों और भावनाओं पर खरे उतरे|

कहानी-पटकथा
पुष्पा द राइज की कहानी सुकुमार ने लिखी है| कहानी का प्रवाह एकदम सुचारू रूप से चलता है, जो दर्शकों की दिलचस्पी को बनाए रखता है| पटकथा भी मजबूत है और सभी चरित्रों का निर्माण करने में सहायक है| फिल्म के अच्छे पलों को जोड़े रखता है| दृश्यों को प्रभावी रूप से रचा गया है, जो कहानी में ट्विस्ट बनाए रखते है|
डायलॉग्स
फिल्म के डायलॉग्स श्रीकांत विस्सा ने बहुत ही जबरदस्त और प्रभावशाली लिखे है| एक तरह से डायलॉग्स को फिल्म की USP कह सकते है| एक दृश्य से दूसरे दृश्य का बदलाव स्मूथ है, कुछ लोकप्रिय डायलॉग्स इस प्रकार से है|
- झुकूंगा नहीं
- झुकने का नहीं
- हे इज्जत का सवाल है झुकेगा नहीं|
- इस दुनिया से बदतर और कुछ भी नहीं है साहब| इस दुनिया ने आपके हाथ में पिस्तौल दी है और मेरे हाथ में कुल्हाड़ी, हम सब अपनी लड़ाई लड़ रहे है|
- पुष्पा नाम सुनके फ्लावर समझे क्या, फ्लावर नहीं फायर है|
- यह जो ब्रांड है ना यह मैंने अपने खुद के दम पर बनाया है, यह खून ही मेरा ब्रांड है|
- ब्रांड का ठप्पा आदमी के कपड़ों में नहीं होता, करैक्टर में होता है|
सिनेमैटोग्राफी
पुष्पा द राइज की सिनेमैटोग्राफी रोस्लाव कुबा बरोज़ेक ने की है| जो पोलिश मूल के है| फिल्म दिखने में लुभावनी है, जो कहानी के हर emotions को बढ़ाती है| एरियल व्यूज के दृश्यों को बहुत ही शानदार तरीके से फिल्माया गया है| कैमरा के अलग-अलग एंगल्स और मोमेंट्स का इस्तेमाल किया गया है| फिल्म की लाइटिंग और फ्रेमिंग फिल्म की थीम और टोन के मुताबिक सुविधाजनक है| कुछ दृश्यों की सुंदरता को बरकरार रखते हुए आकर्षक और सार्थक बनाया गया है| रंगों का अच्छे से इस्तेमाल जो कहानी को आगे बढ़ाने में सहायक है| सिनेमैटोग्राफी ने फिल्म की लोकेशंस और प्रोडक्शन डिजाइन को प्रभावी रूप से दिखाया है|
एडिटिंग
एडिटिंग कार्तिका श्रीनिवास आर, और रुबेन, ने एकदम कसी हुई की है, जो फिल्म को तेज गति का और मनोरंजक बनाती है| लंबाई थोड़ी सी लंबी है पर किसी भी तरह से मनोरंजन में खलल नहीं डालती| एडिटिंग से कहानी साफ समझ में आती है| एडिटिंग ने फिल्म की स्थिरता बनाई रखी है|
कोरियोग्राफी
गणेश आचार्य, शोभी जानी, सेखर, और गणेश की कोरियोग्राफी देखने लायक है| डांस स्टेप्स बहुत ही इन्नोवेटिव है, जो काफी प्रभावशाली है| जो दर्शकों को सीट से बांधे रखते है| पुष्पा और श्रीवल्ली के डांस मूव्स और हाव-भाव प्रभावित करते है, जो गीत के इमोशंस को दर्शाते है| फिल्म की कोरियोग्राफी गानों और थीम के साथ align है| नृत्य की शैली गानों और कहानी के संदर्भ में सही लगती है| हाई एनर्जी नृत्य वाले गाने दर्शकों को सीट से उठकर नाचने के लिए इंस्पायर करते है| सभी गानों में अलग-2 कैमरे एंगल्स और मूवमेंट्स कोरियोग्राफी को और खूबसूरत बना देते है| कोरियोग्राफी पूरी तरह से कहानी का हिस्सा लगती है| श्रीवल्ली गीत के डांस सीक्वेंस और मूव्स आइकन और यादगार बन पड़े है|

प्रोडक्शन डिजाइन
रामाकृष्णा सब्बानी, मोनिका निगोत्रे का प्रोडक्शन डिज़ाइन फिल्म के सेट्स और लोकेशंस, कहानी के संदर्भ के मुताबिक विश्वसनीय है| कहानी के टोन और थीम से मैच करते है| एक ठोस और पूरी तरह से डुबो देने वाले वातावरण को बनाया गया है| दृश्यों के डिजाइन तार्किक और विश्वसनीय है|
कॉस्ट्यूम डिजाइन
दीपाली नूर की कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग पुष्पा के व्यक्तित्व, काम और भावनाओं को पूरी तरह से रिप्रेजेंट करते हैं| उनके कॉस्ट्यूम लोकल कलर और परंपरा को शोकेस करते है| कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग विजुअल अपीलिंग और सौंदर्य प्रदान है| फिल्म की कहानी और दृश्यों के टोन के साथ-साथ align करते है| चरित्रों के ट्रांसफॉर्मेशन और निर्माण को दिखाते है|
बैकग्राउंड स्कोर
फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर देवी श्री प्रसाद ने दिया है| कहानी और दृश्यों के मूड को बढ़ाते हुए बहुत ही दमदार और प्रभावशाली है| जो दर्शकों को एक अलग तरह से देखने का एहसास कराता है| साउंड इफैक्ट्स जो एक्शंस और इमोशनल ड्रामा वाले दृश्यों को अलग बनाता है| जंगल के दृश्यों के लिए natural ambient sound ने लोकेशंस को ऑथेंटिकेट बनाया है| बैकग्राउंड स्कोर फिल्म में इमोशंस को बढ़ाता है|
साउंड डिजाइन
फिल्म का साउंड डिजाइन रेसुल पुकुटटी, विजय कुमार का एक्शन और ड्रामा वाले दृश्यों को शानदार बनाता है| डायलॉग की क्लेरिटी थोड़ी सी साफ नहीं है| जंगल वाले दृश्य एक्शंस वाले और पानी वाले दृश्यों का साउंड इफेक्ट सुनने में असली लगता है| साउंड डिजाइन फिल्म के विजुअल के साथ-साथ सिंक है| साउंड डिजाइन में नयापन और यूनिक है|
श्रेणियाँ | नाम/रिलीज़/शैली/रेटिंग/सारांश |
---|---|
डायरेक्टर | सुकुमार |
कास्ट | अल्लू अर्जुन, रश्मिका मंदाना, जगदीश प्रताप भंडारी, धनंजय, अजय घोष, राव रमेश अनसूया भारद्वाज और फहद फाजिल |
रिलीज़ तारीख | 17 दिसंबर, 2021 |
फिल्म शैली | एक्शन ड्रामा |
CBFC | U/A |
बैकड्रॉप | आंध्र प्रदेश |
मूवी टाइम | 2 घंटे 55 मिनट |
संगीत
इस फिल्म का संगीत देवी श्री प्रसाद ने दिया है उनका संगीत बहुत ही सुरीला और मंत्रमुग्द कर देने वाला है उनके सभी गीतों का संगीत नयापन लिए हुए है| विशाल डडलानी की आवाज में जागो जागो बकरे बहुत बढ़िया बन पड़ा है| जावेद अली की आवाज में श्रीवल्ली बहुत ही सुरीला और मधुर संगीत से भरा हुआ गीत है| कनिका कपूर की आवाज में ओ बोलेगा या ओ बोलेगा भी एक तड़क-भड़क जैसे संगीत से भरा हुआ गीत है| सुनिधि चौहान की आवाज में सामी सामी भी एक रोमांटिक गीत है| नक्श अजीज की आवाज में ऐ बिड्डा यह मेरा अड्डा एक धमाकेदार गीत है| सभी गीतों को एक ही अलग अलग गायकों ने गाया है चाहे मेल सिंगर हो या फीमेल सिंगर|
गीतकार
रकीब आलम के लिखे हुए सभी गीत सही ढंग से हिंदी में नहीं लिखे गए हैं| शायद वह तेलुगु भाषा के गीतों को हिंदी भाषा में सही से बदलाव नहीं कर पाए| सभी गीतों के बोल पूरी तरह से हिंदी से मेल नहीं खाते| जितना अच्छा संगीत है उसके मुकाबले गीत अच्छे से मैच नहीं करते| तेलुगू भाषा से बिल्कुल भी मेल नहीं खाते, शायद लगता है कि गीतकार को तेलुगू भाषा पर ज्ञान थोड़ा कमजोर है, और कमजोर गीत लिखे है| गीतों में क्रिएटिविटी की कमी नजर आती है|
एक्शन
यह फिल्म की सबसे बड़ी USP है, बहुत ही खतरनाक स्टंट फिल्माए गए हैं| ऐसे स्टंट्स कम ही फिल्मों में देखने को मिलते है| और असाधारण से लगते है| जो फिल्म में जान डाल देते है और फिल्म को एक अलग ही स्तर पर ले जाते है| दर्शकों की आंखें देखती रह जाती है और रोंगटे खड़े कर देने वाले स्टंट्स है|
क्लाइमेक्स
क्लाइमेक्स बहुत ही अलग तरह का है| ऐसे क्लाइमेक्स फिल्मों में कम ही देखने को मिलते है| इतना बढ़िया, शानदार और दमदार बनाया गया है, जो दर्शकों को पुष्पा-2 द रियल की एक झलक भी दे देता है कि अगले पार्ट में क्या होगा|
रेटिंग
****
ओपिनियन
अल्लू अर्जुन की शानदार, धमाकेदार, और दमदार परफॉर्मेंस के लिए, अच्छे मधुर संगीत, अलग तरह के बैकग्राउंड स्कोर, यूनिक कोरियोग्राफी, खतरनाक एक्शन और स्टंट्स, लुभावनी फोटोग्राफी और मज़ेदार डायलॉग्स के लिए बार-बार देख सकते हैं|
फिल्म के कुछ शानदार दृश्य
- लाल चंदन की लकड़ियों को पानी में फेंकने वाला दृश्य|
- पुष्पा और श्रीवल्ली वाला भावनात्मक दृश्य, जिसमें श्रीवल्ली जॉली रेड्डी के पास जाने से पहले पुष्पा से मिलने जाती है|
- अंत का गोली चलाने वाला दृश्य जिसमें पुष्पा अपने हाथ में गोली मार लेता है|
- जब पुष्पा शीनू के पास पैसे बढ़ाने के बारे में बात करने जाता है|
सामाजिक संदेश
जातिवाद का जहर आज भी हमारे समाज में फैला हुआ है| सरकारी महकमें में रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार भरी हुई है| एक बहादुर और ईमानदार पुलिस की कोई हैसियत नहीं है| तो कुछ पुलिस ऑफिसर भ्रष्टाचार में लिप्त है जैसे पुलिस, ID, चेक पोस्ट, रेवेन्यू, और फॉरेस्ट वालों को कमीशन देना पड़ता है| स्मगलिंग का धंधा खुलेआम धड़ल्ले से चल रहा है| यहाँ तक कि राजनीति से संबंध रखने वाले MLA भी भ्रष्टाचार में लिप्त है| हर जगह रिश्वत के बिना तो कोई काम नहीं होता|
Awards | Categories | Recipients | Results |
---|---|---|---|
National Film Awards | Best Actor | Allu Arjun | Won |
National Film Awards | Best Music Direction – Songs | Devi Sri Prasad | Won |
Filmfare Awards South | Best Film – Telugu | Naveen Yerneni, Y. Ravi Shankar | Won |
Filmfare Awards South | Best Director – Telugu | Sukumar | Won |
Filmfare Awards South | Best Actor – Telugu | Allu Arjun | Won |
Filmfare Awards South | Best Actress – Telugu | Rashmika Mandanna | Nominated |
Filmfare Awards South | Best Music Director – Telugu | Devi Sri Prasad | Won |
Filmfare Awards South | Best Playback Singer – Male | Sid Sriram – (for "Srivalli") | Won |
Filmfare Awards South | Best Playback Singer – Female | Indravathi Chauhan – (for "Oo Antava Oo Oo Antava") | Won |
Filmfare Awards South | Best Cinematographer – Telugu | Miroslaw Kuba Brozek | Won |
International Movie Awards | Best Film – Telugu | Mythri Movie Makers, Muttamsetty Media | Won |
South Indian International Movie Awards | Best Director – Telugu | Sukumar | Won |
South Indian International Movie Awards | Best Cinematographer – Telugu | Miroslaw Kuba Brozek | Nominated |
South Indian International Movie Awards | Best Actor – Telugu | Allu Arjun | Won |
South Indian International Movie Awards | Best Actress – Telugu | Rashmika Mandanna | Nominated |
South Indian International Movie Awards | Best Supporting Actor – Telugu | Jagadeesh Prathap Bandari | Won |
South Indian International Movie Awards | Best Actor in a Negative Role – Telugu | Sunil | Nominated |
South Indian International Movie Awards | Best Music Director – Telugu | Devi Sri Prasad | Won |
South Indian International Movie Awards | Best Lyricist – Telugu | Chandrabose – (for "Srivalli") | Won |
South Indian International Movie Awards | Best Male Playback Singer – Telugu | Sid Sriram – (for "Srivalli") | Nominated |
South Indian International Movie Awards | Best Female Playback Singer – Telugu | Mounika Yadav – (for "Saami Saami") | Nominated |
South Indian International Movie Awards | Best Female Playback Singer – Telugu | Indravathi Chauhan – (for "Oo Antava Oo Oo Antava") | Nominated |
South Indian International Movie Awards | Special Jury Award for Best Production Design | S. Rama Krishna and Monika Niggotre S. | Won |
Nickelodeon Kids' Choice Awards India | Favorite Movie – South | Pushpa: The Rise | Won |
Nickelodeon Kids' Choice Awards India | Favorite Movie Actor – South | Allu Arjun | Won |
Nickelodeon Kids' Choice Awards India | Favorite Movie Actress – South | Rashmika Mandanna | Won |
Mirchi Music Awards | Male Vocalist of The Year | Javed Ali – (for "Srivalli") | Won |
Mirchi Music Awards | Female Vocalist of The Year | Sunidhi Chauhan – (for "Saami Saami") | Nominated |
GAMA Awards | Best Movie | Naveen Yerneni, Y. Ravi Shankar | Won |
GAMA Awards | Best Director | Sukumar | Won |
GAMA Awards | Best Actor | Allu Arjun | Won |
GAMA Awards | Best Music Director | Devi Sri Prasad | Won |
GAMA Awards | Best Popular Song | Mounika Yadav – (for "Saami Saami") | Won |
Bollywood Film Journalist Awards | Best Screenplay | Sukumar | Won |
Bollywood Film Journalist Awards | Best Dialogue | Srikanth Vissa | Won |
Bollywood Film Journalist Awards | Best Music | Devi Sri Prasad | Won |
Bollywood Film Journalist Awards | Best Sound Effect | Resul Pookutty | Won |
Bollywood Film Journalist Awards | Best Male Singer | Javed Ali – (for "Srivalli") | Won |
Bollywood Film Journalist Awards | Best Choreographer | Ganesh Acharya – (for "Oo Antava Oo Oo Antava") | Won |
Sakshi Excellence Awards | Most Popular Movie | Naveen Yerneni, Y. Ravi Shankar | Won |
Sakshi Excellence Awards | Most Popular Director | Sukumar | Won |
Sakshi Excellence Awards | Most Popular Actor | Allu Arjun | Won |
Sakshi Excellence Awards | Most Popular Actress | Rashmika Mandanna | Won |
Sakshi Excellence Awards | Most Popular Music Director | Devi Sri Prasad | Won |
Sakshi Excellence Awards | Most Popular Lyricist | Chandrabose – (for "Srivalli") | Won |
Sakshi Excellence Awards | Most Popular Singer – Male | Sid Sriram – (for "Srivalli") | Won |
Sakshi Excellence Awards | Most Popular Singer – Female | Indravathi Chauhan – (for "Oo Antava Oo Oo Antava") | Won |
Santosham Film Awards | Best Film | Naveen Yerneni, Y. Ravi Shankar | Won |
Santosham Film Awards | Best Director | Sukumar | Won |
Santosham Film Awards | Best Actor | Allu Arjun | Won |
Santosham Film Awards | Best Music Director | Devi Sri Prasad | Won |
Santosham Film Awards | Best Female Playback Singer | Indravathi Chauhan – (for "Oo Antava Oo Oo Antava") | Won |
Santosham Film Awards | Best Lyricist | Chandrabose | Won |
पुष्पा द राइज की कास्ट: अल्लू अर्जुन, रश्मिका मंदाना, जगदीश प्रताप भंडारी, धनंजय, अजय घोष, राव रमेश अनसूया भारद्वाज और फहद फाजिल
प्रोडूसर:मनीष शाह, डायरेक्टर: सुकुमार, साउंड डिज़ाइन: रेसुल पुकुटटी, विजय कुमार, कास्टूम डिज़ाइन: दीपाली नूर म्यूजिक: श्री देवी प्रसाद, लिरिक्स: रकीब आलम, बैकग्राउंड स्कोर: श्री देवी प्रसाद, प्रोडक्शन डिज़ाइन: रामाकृष्णा, सब्बानी, मोनिका निगोत्रे, एडिटर: कार्तिका श्रीनिवास आर, रुबेन, सिनेमेटोग्राफी: मिरोस्लाव कुबा बरोज़ेक, कोरियोग्राफी: गणेश आचार्य, शोभी जानी, सेखर, गणेश, डायलॉग्स: श्रीकांत विस्सा, स्टोरी-स्क्रीनप्ले: सुकुमार
फैक्ट्स
श्रेयस तलपड़े ने अल्लू अर्जुन की आवाज़ को हिंदी में डब किया है| यह फिल्म हिंदी, कन्नड़, तमिल और मलयालम में भी डब करके रिलीज़ की गई है|
पुष्पा द राइज फिल्म का विवरण क्या है?
यह फिल्म एक दिहाड़ी मजदूर पुष्पा की कहानी पर आधारित है जो एक मामूली दिहाड़ी मजदूर से, लाल चंदन की तस्करी में शामिल एक गिरोह के रैकेट के माध्यम से आगे बढ़ता है|
पुष्पा द राइज फिल्म कहां उपलब्ध है?
पुष्पा द राइज अमेज़न प्राइम वीडियो पर
पुष्पा द राइज़
17 दिसंबर, 2021 साउथ इंडियन फिल्म है जो दक्षिण भारतीय भाषाओं में भी रिलीज़ हुई थी|
पुष्पा द राइज हिंदी
यह फिल्म हिंदी भाषा में भी उपलब्ध है|
पुष्पा द राइज साउथ मूवी
हाँ यह एक साउथ इंडियन मूवी है|
पुष्पा द राइज मूवी डाउनलोड
ओटीटी प्लेटफॉर्म्स से डाउनलोड कर सकते है|
पुष्पा द राइज बजट
200-250 करोड़
पुष्पा द राइज फुल मूवी इन हिंदी
डिज्नी+ हॉटस्टार, ज़ी5, अमेज़न प्राइम, नेटफ़्लिक्स से डाउनलोड कर सकते हैं|
May be south Indian films are roaring on the box offices, but I think, not only because of stardom but because of they have better technology, sound and light effects. Crime, murder, and other subjects are commonplace whether it be a bollywood aur south Indian films. Always, hero overcomes antagonist after a fierce battle ! These are all now seem hackneyed. Nothing new in storytelling!. Politics, corruption, justice are just like Old Wine in New Bottle!. No new subject!!!!!. No new message!
Yes, I agree with you, but still they have something to show uniquely. Not like Bollywood.
Yes Rajesh, that is true!.
Yes Rajesh, that is true!.