
परिचय
10 अप्रैल 2025 को रिलीज हुई जाट एक एक्शन थ्रिलर फिल्म है, जिसका निर्देशन गोपीचंद मलिनेनी ने किया है| यह फिल्म मनोरंजन के साथ-साथ यह संदेश भी देती है कि जो गरीबों पर अत्याचार करता है, उसे अपने गलत कर्मों का फल इसी जन्म में मिलता है| फिल्म का टोन एक्शन थ्रिलर है, और थीम क्राइम एंड वायलेंस पर आधारित है| फिल्म अपने ट्रेलर के मुताबिक पर्दे पर बिल्कुल वैसी ही दिखाई देती है| फिल्म की मुख्य भूमिकाओं में सनी देओल, रणदीप हुड्डा, विनीत कुमार सिंह, रेजिना कैसेंड्रा, सयामी खेर, जगपति बाबू और जरीना वहाब हैं| मेहमान भूमिका में रमैया कृष्णन, मुरली शर्मा, उपेंद्र लिमाये और उर्वशी रौतेला हैं|
जाट फिल्म का ट्रेलर
https://www.youtube.com/watch?v=7noiElC2MpE (क्रेडिट: पोस्टर/मैथ्री मूवी मेकर्स/पीपल मीडिया फैक्ट्री)
जाट फिल्म का टीज़र
https://www.youtube.com/watch?v=zKHvaG-XXOc (क्रेडिट: पोस्टर/मैथ्री मूवी मेकर्स/पीपल मीडिया फैक्ट्री)
जाट मूवी कब आएगी
10 अप्रैल 2025
सनी देओल जाट है
हाँ सनी देओल पंजाब के रहने वाले जाट है|
सनी की पहली फिल्म कौन सी थी
बेताब फिल्म जो 1983 में रिलीज़ हुई थी|
जाट फिल्म कब रिलीज़ होगी
10 अप्रैल 2025 को रिलीज़ हो चुकी है|
कहानी
जाट फिल्म एक ऐसे आदमी की कहानी पर आधारित है, जो रामायापत्तनम गांव में अजनबी बनकर वहां पर एक कुख्यात आपराधिक गैंग, जिसने अपने जुर्म का साम्राज्य बना लिया है, के आतंक और अत्याचार को खत्म करने के लिए जाता है| क्या वह अकेला अपने दम पर उस गैंग से मुकाबला कर पाएगा? क्या वह गांव के लोगों का डर दूर कर पाएगा? क्या वह अपनी और गांव वालों की जान बचा पाएगा? यह सब जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी|
अभिनय और कैरेक्टर्स
जाट/ब्रिगेडियर बलदेव प्रताप सिंह की भूमिका में सनी देओल का अभिनय उनकी एक्शन फिल्मों की तरह दमदार है, जिस तरह से उनका डायलाग बोलना, मैं जाट हूँ | और फिल्म में उनकी एंट्री ओ रामा श्री रामा गीत से होती है, और उनके पहले ही एक्शन सीक्वेंस में वह दर्शकों को अपने स्टंट्स और अभिनय से भावनात्मक रूप से बांधे रखने में कामयाब रहे| चाहे उनकी संवाद अदायगी हो, चेहरे के हाव-भाव हो या बॉडी लैंग्वेज, वह हर पहलू में उत्तम रहे| उनकी अन्य अभिनेताओं के साथ केमिस्ट्री भी लाजवाब रही| हालांकि उन्होंने खुद ज्यादा फिजिकल स्टंट्स नहीं किए, लेकिन उनके अभिनय में स्थिरता नजर आई| राणातुंगा की भूमिका में रणदीप हुड्डा का अभिनय भी उत्तम दर्जे का है उन्होंने अपने चरित्र की गहराई से अध्ययन करके भावनात्मक रूप से बिल्कुल यथार्थवादी अभिनय किया है| हालांकि उनकी भूमिका सनी देओल के मुकाबले कम दमदार और छोटी थी, पर उन्होंने अपने रोल को पूरी मेहनत से निभाया|
भारती की भूमिका में रेजिना कैसेंड्रा का अभिनय भी अच्छा कहा जा सकता है, फिल्म में उनके जितने भी दृश्य हैं, उन्होंने हर दृश्य में अपनी अभिनय क्षमता को साबित किया है| विजयलक्ष्मी की भूमिका में सयामी खेर का अभिनय भी लाजवाब कहा जा सकता है, उनको फिल्म में अपनी अभिनय क्षमता को दिखाने का अच्छा मौका मिला और वह काफी हद तक उसमें सफल भी रही| सोमुलु की भूमिका में विनीत कुमार सिंह का अभिनय बढ़िया है, हालांकि उनके ज्यादातर दृश्य लड़ाई, झगड़ा और स्टंट्स वाले हैं, और उन्होंने अपने मुँह से कुकु की आवाज़ बहुत ही शानदार तरीके से निकाली जिससे उनकी अभिनय क्षमता का पता चलता है| उनका अभिनय भी बेहतरीन कहा जा सकता है| सहायक भूमिकाओं में जगपति बाबू और जरीना वहाब का अभिनय अच्छा है| मेहमान भूमिकाओं में रमैया कृष्णन, मुरली शर्मा, उपेंद्र लिमाये है आइटम गीत टच किया में उर्वशी रौतेला है|
निर्देशन
इस फिल्म के निर्देशक गोपीचंद मलिनेनी है, यह उनकी पहली हिंदी निर्देशित फिल्म है| इससे पहले वह डॉन सीनू (2010), बॉडीगार्ड (2012), बालूपू (2013), पंडगा चेस्को (2015), विनर (2017), क्रैक (2021) और वीरा सिम्हा रेड्डी (2023) जैसी फिल्मों को निर्देशित कर चुके हैं| उन्होंने कहानी को पकड़कर और मनोरंजन दिखाकर फिल्म के एक्शन थ्रिलर टोन को बरकरार रखा| सभी से अच्छा अभिनय निकलवाकर कहानी की गति बनाई रखी| वह फिल्म को एक अलग स्टाइल में दिखाकर दर्शकों की भावनाओं और उम्मीदों पर खरे उतरे| फिल्म के एक दृश्य में फीमेल पुलिस अफसर का बिना पानी पिए मर जाना, यह दृश्य उन्होंने बहुत ही भावनात्मक फिल्माया है|

स्टोरी स्क्रीनप्ले
फिल्म का स्टोरी-स्क्रीनप्ले गोपीचंद मलिनेनी ने लिखा है| फिल्म की कहानी कुछ नई तो नहीं है, पर उन्होंने बहुत अलग ढंग से फिल्म को प्रस्तुत किया, जिससे फिल्म ताजगी से भरी हुई नजर आती है| कहानी को सुचारू रूप से उसकी गति को बरकरार रखा गया है| दृश्यों को अच्छे से रचा गया और ट्विस्ट बनाए रखें| संवाद और चरित्र का निर्माण भी ठीक-ठाक कहा जा सकता है| पटकथा भी दमदार है| एक दृश्य के बाद फिल्म में आगे क्या होगा दर्शक जान नहीं पाते|
डायलॉग
फिल्म के डायलॉग सौरभ गुप्ता, डॉ साईं माधव बुर्रा ने अच्छे से लिखे हैं और फिल्म की टोन और थीम से मेल कहते हैं| खासकर सनी देओल के डायलॉग बढ़िया से लिखे गए हैं| उनकी एक पुरानी और सफल फिल्म दामिनी (1993) में से एक डायलॉग “ढाई किलो के हाथ” वाला लिया गया है|
एडिटिंग
नवीन नूली ने फिल्म की एडिटिंग की है जो तेज गति की है पर फिल्म की लंबाई कुछ ज्यादा है| फिल्म को 10-15 मिनट छोटा किया जा सकता था| कुछ दृश्यों को काटा जा सकता था| एडिटिंग से फिल्म की कहानी साफ और टोन और थीम कंसिस्टेंट है| सभी दृश्य अपना समय लेते हुए कहानी को आगे बढ़ाते हैं, जिससे फिल्म आसानी से समझ में आती है| फर्स्ट हाफ में कहानी तो नहीं है पर फर्स्ट ऑफ बहुत मनोरंजक बंन पड़ा है और तेज गति का है|
सिनेमैटोग्राफी
सिनेमेटोग्राफी ऋषि पंजाबी ने की है| फिल्म दिखने में अद्भुत और कहानी को आगे बढ़ाती है| कुछ दृश्यों को बहुत ही जबरदस्त फिल्माया गया है| फिल्म में अलग-अलग एरियल व्यूज अच्छे से दिखाए गए हैं| रोशनी और रंगों का इस्तेमाल फिल्म की थीम के मुताबिक किया गया है| कैमरे ने फिल्म की लोकेशंस और सेट डिजाइंस को अच्छे से कैप्चर किया है|

एक्शन
फिल्म में एक्शन सीक्वेंस का एक शानदार नज़ारा है, जिसे चार एक्शन निर्देशकों की एक पावरहाउस टीम द्वारा सावधानीपूर्वक तैयार किया गया है, राम-लक्ष्मण, अनल अरासु, वी. वेंकट और पीटर हेन। उनकी संयुक्त विशेषज्ञता फिल्म के स्टंट्स में एक अद्वितीय तीव्रता लाती है, जो ऐसे दृश्य प्रस्तुत करती है जो नयेपन और एड्रेनालाईन-पंपिंग दोनों हैं। हाई-ऑक्टेन कार चेज़ से लेकर मनोरंजक हैंड-टू-हैंड कॉम्बैट तक, प्रत्येक सीक्वेंस दर्शकों को अपनी सीटों के किनारे पर छोड़ने के लिए डिज़ाइन किए गए है। विशेष रूप से, पीटर हेन ने हैदराबाद में एक रोमांचक कार चेज़ शॉट, जबकि वी. वेंकट ने एक पुलिस स्टेशन के भीतर एक गतिशील लड़ाई के दृश्य को। राम-लक्ष्मण ने मैंगलोर के पनाम्बुर पोर्ट पर फिल्माए गए एक दुर्जेय शिपबोर्ड एक्शन सीक्वेंस और अनल अरासु ने घने जंगल युद्ध के दृश्यों में अपनी विशिष्ट शैली जोड़ी। यह सहयोगी प्रयास सुनिश्चित करता है कि जाट एक्शन सिनेमा में एक बेंचमार्क के रूप में खड़ा है, जो दर्शकों के लिए एक ताज़ा और रोमांचक अनुभव प्रदान करता है।
प्रोडक्शन डिजाइन
अविनाश कोल्ला का सेट डिजाइंस और लोकेशंस कहानी के संदर्भ में अच्छे कहे जा सकते है| गांव के सेट्स रियलिस्टिक नजर आते हैं| जो कहानी की थीम से मेल कहते हैं| प्रोडक्शन डिजाइन में एक ठोस और डुबो देने वाला वातावरण बनाया है,जिससे फिल्म की सांस्कृतिक बारीकियों को अच्छे से दर्शाया गया है|
बैकग्राउंड स्कोर
थमन एस का बैकग्राउंड स्कोर कहानी और दृश्यों में जबरदस्त तरीके से इस्तेमाल किया गया है| यह फिल्म की थीम और टोन के मुताबिक मेल खाता है| दर्शकों की भावनाओं को बढ़ाता है और उन्हें एक अलग स्तर पर ले जाता है|
साउंड डिजाइन
रघुनाथ केमिसेट्टी का साउंड डिजाइन नेचुरल और प्रभावशाली है, जो फिल्म के हर तरह के दृश्य को जोड़ने में सहायक है| फिल्म के डायलॉग भी स्पष्ट रूप से सुनाई देते हैं और साउंड डिज़ाइन फिल्म के साथ अच्छी तरह से सिंक्रोनाइज किया गया है|
कॉस्ट्यूम डिजाइन
राजेश कर्मसु, अश्विन रेड्डी की कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग पात्रों के कॉस्ट्यूम डिजाइन उनके व्यक्तित्व और व्यवसाय के साथ सटीक रूप से मेल खाते हैं| करते हैं मैं कैरेक्टर्स के ट्रांसफॉर्मेशन और विकास को भी दर्शाते हैं|
श्रेणियाँ | नाम/रिलीज़/शैली/रेटिंग/सारांश |
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डायरेक्टर | गोपीनाथ मलिनेनी |
कास्ट | सनी देओल, रणदीप हुड्डा, विनीत कुमार सिंह, रेजिना कैसेंड्रा, सयामी खेर, जगपति बाबू और जरीना वहाब |
रिलीज़ तारीख | 10 अप्रैल 2025 |
फिल्म शैली | एक्शन थ्रिलर |
CBFC | U/A |
बैकड्रॉप | आंध्र प्रदेश |
मूवी टाइम | 2 घंटे 33 मिनट |
संगीत
थमन एस ने संगीत तैयार किया है| फिल्म में संगीत का ज्यादा स्कोप नहीं है| एक गीत “जाट” जो पंजाबी भाषा में है को छोड़कर बाकी दो गीतों का संगीत ठीक-ठाक है|
गीत
अमृत मान द्वारा लिखा गया पंजाबी भाषा में गीत कहानी से मेल खाता है| दूसरा गीत भगवान श्रीराम पर आधारित है और उसका संगीत भी उसी तरह से तैयार किया गया है|
कोरियोग्राफी
गणेश आचार्य की कोरियोग्राफी सिर्फ एक गीत टच किया की ठीक-ठाक है| फिल्म में कोरियोग्राफी का ज्यादा स्कोप नहीं था|
क्लाइमेक्स
फिल्म का अंत पुरानी फिल्मों की तरह ही है, जिसमें हीरो गुंडे को मार देता है, गरीब लोग खुश हो जाते हैं और हीरो को भगवान मानते हैं|
रेटिंग
***
ओपिनियन
सनी देओल के दमदार अभिनय और स्टंट्स के लिए एक बार देखी जा सकती है| फिल्म की सबसे बड़ी विशेषता उसका एक्शन और स्टंट्स हैं|
कमियां
फिल्म में हिंसात्मक दृश्यों की भरमार है| हिंसा बहुत ज्यादा दिखाई गई है, जो की देखी नहीं जाती जैसे, अंगूठे काटने वाला दृश्य, गर्दन को हाथ में उठाकर चलने वाला दृश्य, गर्दन को काटते हुए दिखाना, बिना गर्दन के इंसानों को दिखाना आदि| गालियाँ जैसे मादर__द और ग__ ां___डु का इस्तेमाल करना, फीमेल पुलिस ऑफिसर्स के कपड़े फाड़ते हुए दिखाना और उनका बलात्कार करते हुए दिखाना|
जाट फिल्म के कलाकार: सनी देओल, रणदीप हुड्डा, विनीत कुमार सिंह, रेजिना कैसेंड्रा, सयामी खेर, जगपति बाबू और जरीना वहाब हैं, मेहमान भूमिका में रमैया कृष्णन, मुरली शर्मा, उपेंद्र लिमाये और उर्वशी रौतेला
प्रोडूसर: उमेश कुमार बंसल, टी. जी. विश्व प्रसाद, नवीन येरनेनी, रवि शंकर येलमंचली, डायरेक्टर: गोपीचंद मलिनेनी, साउंड डिज़ाइन: रघुनाथ केमिसेट्टी, कास्टूम डिज़ाइन: राजेश कर्मसु, अश्विन रेड्डी, म्यूजिक: थमन एस, लिरिक्स: कुमार,अमृत मान, वाग्देवी कुमारा, अद्वितीय वोज्ज्ला, बैकग्राउंड स्कोर:थमन एस प्रोडक्शन डिज़ाइन: अविनाश कोल्ला, एडिटर: नवीन नूली, सिनेमेटोग्राफी: ऋषि पंजाबी, कोरियोग्राफी: गणेश आचार्य, शबी पॉल राज, जानी, डायलॉग्स: सौरभ गुप्ता, डॉ साईं माधव बुर्रा, स्टोरी-स्क्रीनप्ले-डायरेक्टर: गोपीचंद मलिनेनी, एक्शन: राम लक्ष्मण, अनल अरासु, वी.वेंकट, पीटर हेन, कास्टिंग डायरेक्टर:आलोक सिंह
जाट मूवी सनी देओल की कब रिलीज़ होगी
10 अप्रैल 2025
जाट फिल्म रिलीज़ दिनांक
10 अप्रैल 2025
जाट फिल्म के वीडियो
यूट्यूब पर देख सकते है|
जाट कलेक्शन टुडे
10 करोड़
जाट फुल मूवी
सिर्फ सिनेमा और मल्टीप्लेक्सेज पर ही देख सकते है|
जाट फिल्म के शो का समय
bookmyshow वेबसाइट पर चेक कर सकते है|
जाट फिल्म सनी देओल
हां, इस फिल्म में सनी देओल ही है |