रेड 2 मूवी रिव्यू 2025: ट्विस्ट और टर्न्स से भरपूर एक मनोरंजक क्राईम थ्रिलर

Reading Time: 6 minutes
रेड 2 के अलग अलग दृश्यों में अजय देवगन, रितेश देशमुख और वाणी कपूर
रेड 2 में अजय देवगन, रितेश देशमुख और वाणी कपूर (क्रेडिट/पोस्टर/टी-सीरीज/पनोरमा स्टुडिओज़)

परिचय

1 मई 2025 को रिलीज हुई रेड 2 एक क्राईम थ्रिलर पर आधारित है, जो रेड (2018) की सीक्वल है| जिसका निर्देशन राज कुमार गुप्ता ने किया है| यह फिल्म मनोरंजन के साथ-साथ यह संदेश भी देती है कि सिस्टम में आज भी भ्रष्टाचार की कोई सीमा नहीं है, ऊपर से लेकर नीचे तक सब के सब भ्रष्टाचार में लिप्त है, लेकिन कुछ ईमानदार ऑफिसर की वजह से यह देश आज तक बचा हुआ है| फिल्म का टोन क्राईम थ्रिलर और थीम ऑनेस्टी और करप्शन है| फिल्म अपने ट्रेलर के मुताबिक पर्दे पर बिल्कुल वैसे ही दिखाई देती है| फिल्म की मुख्य भूमिकाओं में अजय देवगन, रितेश देशमुख, रजत कपूर, वाणी कपूर और सौरभ शुक्ला है|

रेड 2 का ट्रेलर (क्रेडिट/ट्रेलर/टी-सीरीज/पनोरमा स्टुडिओज़)

रेड 2 में क्या होता है?

रेड 2 IRS ऑफिसर और एक मंत्री नेता की कहानी पर आधारित है| जिसमें उसके घर पर पहली राइड पड़ती है लेकिन कुछ भी नहीं मिलता लेकिन बाद में ऐसी स्थितियां बनती है कि दोबारा रेड पड़ती है और बहुत कुछ उसके घर पर मिलता है|

रेड 2 में खलनायक कौन है?

रितेश देशमुख

क्या फिल्म रेड 2 ने पैसा कमाया?

हाँ, फिल्म अब तक 40 करोड़ कमा चुकी है

रेड 2 कहां उपलब्ध है?

सिनेमाघरों और मल्टीप्लेक्स में|

क्या रेड 2 देखने लायक है?

हाँ, बहुत ही शानदार, जबरदस्त और दमदार फिल्म है|

फिल्म रेड 2 का अंत कैसे होता है?

फिल्म का अंत आप फिल्म देखकर ही पता कर सकते है कि कैसा है|

रेड 2 कब रिलीज होगी?

1 मई 2025

प्लॉट

रेड 2 IRS ऑफिसर और एक मंत्री नेता की कहानी पर आधारित है| IRS ऑफिसर को कैसे जानकारी मिलती है, कि नेता मंत्री ने भ्रष्टाचार किया है| IRS ऑफिसर किस तरह से उस तक पहुंच जाता है| क्या वह मंत्री के भ्रष्टाचार को उजागर कर पाएगा? क्या वह उसको जेल की सलाखों तक पहुँचा पाएगा? क्या वह उसके यहाँ रेड डाल पाएगा? यह सब जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी|

एक्टिंग एंड कैरक्टर्स

अमय पटनायक की भूमिका में अजय देवगन का अभिनय बहुत ही शानदार और जबरदस्त है| वह अपनी भूमिका में पूरी तरह से खो गए और भूमिका की भावनात्मक गहराई और सच्चाई के काफी करीब नज़र आए| उनकी डायलॉग को बोलने का हाव-भाव और लय एकदम संपूर्ण है| उनकी बॉडी लैंग्वेज और चेहरे के हाव-भाव, उनके व्यक्तित्व के द्वारा प्रभावशाली दिखाई दिए| वह फिल्म के हर दृश्य में अपने अभिनय को तर्कयुक्त रख पाए| दादा मनोहर भाई की भूमिका में रितेश देशमुख का अभिनय औसत दर्जे का कहा जा सकता है| वह अपनी अभिनय से कुछ खास प्रभाव नहीं छोड़ पाए, वह एक तरह से नकारात्मक भूमिका निभा रहे है| वह अभिनय के मामले में अजय देवगन के मुकाबले फीके नजर आए, उनके चेहरे के हाव-भाव, बॉडी लैंग्वेज और डायलॉग डिलीवरी ठीक-ठाक कहीं जा सकती है| मालिनी की भूमिका में वाणी कपूर का अभिनय ठीक-ठाक कहा जा सकता है, उनकी भूमिका ज्यादा लंबी भी नहीं है, दो गाने और 5-6 दृश्यों में ही वह नजर आई| मगर वह किसी भी तरह का प्रभाव छोड़ने में असफल रही| उनका अभिनय कमजोर और डायलॉग डिलीवरी भी कुछ खास नहीं है| ताऊ जी की भूमिका में सौरभ शुक्ला, कमिश्नर आईटी की भूमिका में रजत कपूर, और अम्मा की भूमिका में सुप्रिया पाठक का अभिनय औसत दर्जे का कहा जा सकता है| सहायक भूमिकाओं में अमित सियाल, श्रुति पांडे, ब्रिजेंद्र काला, यशपाल शर्मा और गोविंद नामदेव का अभिनय ठीक-ठाक कहा जा सकता है| मेहमान भूमिकाओं में तमन्ना भाटिया (नशा) के गीत में और यो यो हनी सिंह और जैकलीन फर्नांडिस (मनी मनी) गीत में नजर आए

निर्देशन

रेड 2 का निर्देशन राज कुमार गुप्ता ने किया है, इससे पहले वह आमिर (2008), नो वन किल्ड जेसिका (2011), घनचक्कर (2013), रेड (2018), इंडियाज मोस्ट वांटेड (2019), पिल (2024) वेब सीरीज को निर्देशित कर चुके है| इसमें घनचक्कर (2013) और इंडियाज मोस्ट वांटेड (2019) को छोड़कर बाकी सभी फिल्में सफल रही या क्रिटिकल अक्लेमेड रही| इस फिल्म की कहानी में पकड़ और मनोरंजन तो है, लेकिन एक तरह से रेड (2018) के ढर्रे पर ही चलती है| वह सभी पात्रों से औसत दर्जे का अभिनय निकलवाने में कामयाब रहे, सिवाय अजय देवगन का अभिनय मजबूत कहा जा सकता है| वह फिल्म के टोन और कहानी की गति को बनाए रखने में कामयाब रहे| उन्होंने भ्रष्टाचार के मुद्दे को समझदारी से फिल्म में दिखाया है, एक तरह से वह दर्शकों की भावनाओं और अपेक्षाओं पर खरे उतरे|

कहानी-पटकथा-डायलॉग

रितेश शाह, राज कुमार गुप्ता, जयदीप यादव, करण व्यास की कहानी और पटकथा मजबूत है, शुरू में फिल्म की कहानी थोड़ी सी धीमी है, लेकिन जब कहानी रफ्तार पकड़ती है, तो दर्शकों की दिलचस्पी बनी रहती है| पटकथा में बहुत सारे ट्विस्ट और टर्न्स हैं, जो पटकथा को मनोरंजक बनाए रखते है| कुछ दृश्यों को बहुत शानदार तरीके से लिखा गया है, जैसे होटल, क्लाइमैक्स, और कोर्ट वाले दृश्य| लेकिन कुछ दृश्य ऐसे भी हैं, जो लगता है कि रेड (2018) में से उठाकर डाल दिए गए हो, जैसे फिल्म में पहली रेड का, और पुलिस की जीपों के आने वाला काफिला वाले दृश्य हो| पटकथा पात्रों का विकास करने में मदद करता है|

रेड 2 के एक दृश्य में अजय देवगन
रेड 2 में अजय देवगन (क्रेडिट/पोस्टर/टी-सीरीज/पनोरमा स्टुडिओज़)

डायलॉग

डायलॉग कहानी के टोन के साथ संपूर्ण रूप से मेल खाते है, जो सस्पेंस और थ्रिलर दोनों को बैलेंस करते है| एक डायलॉग बहुत अच्छा लिखा गया है जैसे यह राम का देश है, यहां ना रावण बचता है ना दुशासन

सिनेमैटोग्राफी

सुधीर कुमार चौधरी की सिनेमैटोग्राफी अद्भुत है, और कहानी को आगे बढ़ाने में मदद करती है| कहानी के हर इमोशंस को बढ़ाती है| एरियल व्यूज दृश्य बहुत अच्छे से फिल्माए गए हैं| अलग-अलग कैमरा एंगल्स के साथ गति भी बैलेंस्ड है| गांव के घरों की और होटल की लोकेशंस और पुराने दौर का प्रोडक्शन डिजाइन प्रभावी रूप से दिखाया गया है|

एडिटिंग

संदीप फ्रांसिस की एडिटिंग की गति शुरू में धीमी है| फर्स्ट हाफ में एडिटिंग कसी हुई हो सकती है, फिल्म 10-15 मिनट की छोटी की जा सकती है, दो गाने और कुछ दृश्य फिल्म की गति में रुकावट बनते हैं| फ्लैशबैक को सुचारू रूप से हैंडल किया गया है थ्रिलर और क्राइम टोन को मेंटेन किया गया है|

कोरियोग्राफी

पीयूष-शाजिया की कोरियोग्राफी मनी-मनी और नशा गीतों की ठीक-ठाक कहीं जा सकती है| मनी-मनी गीत फिल्म के एंडिंग क्रेडिट में डाला गया है|

प्रोडक्शन डिजाइन

रीटा घोष का प्रोडक्शन डिजाइन, जिनके गांव के सेट्स और लोकेशंस वास्तविकता के करीब नज़र आते हैं| जो दर्शकों को कहानी के वातावरण में ले जाते हैं, कल्चरल बारीकियां को अच्छे से दिखाता है| फिल्म का प्रोडक्शन डिजाइन तर्कयुक्त है|

श्रेणियाँनाम/रिलीज़/शैली/रेटिंग/सारांश
डायरेक्टरराज कुमार गुप्ता
कास्टअजय देवगन, रितेश देशमुख, रजत कपूर, वाणी कपूर और सौरभ शुक्ला
रिलीज़ तारीख1 मई 2025
फिल्म शैलीक्राइम थ्रिलर
CBFCU/A
बैकड्रॉपभुज गुजरात
मूवी टाइम2 घंटे 13 मिनट

कॉस्ट्यूम डिजाइन

नवीन शेट्टी, महक नवीन शेट्टी, प्रियंका क्रिस्टीना कैस्टेलिनो (रितेश देशमुख) के कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग, कहानी और दृश्यों के टोन के साथ एलाइंड है| सरकारी नौकर के जैसे कॉस्ट्यूम होने चाहिए, बिल्कुल वास्तविकता के करीब और प्रैक्टिकल लगते हैं| पात्रों के एक्शंस और सेटिंग्स के साथ कंपैटिबल है|

बैकग्राउंड स्कोर

रेड 2 अमित त्रिवेदी और अमर मोहिले का बैकग्राउंड स्कोर फिल्म के मूड के साथ मैच करता है, और फिल्म का मजबूत पक्ष भी कहा जा सकता है| नया और ताजा लगता है| पैसा यह पैसा गीत, ओम शांति ओम (1981) ऋषि कपूर अभिनीत और सुभाष गई की निर्देशित की गई फिल्म में से लिया गया है, जिसको बैकग्राउंड स्कोर के लिए इस्तेमाल किया गया है| फिल्म की थ्रिलर टोन के साथ मैच करता है|

साउंड डिजाइन

शहाब आलम का साउंड डिजाइन नेचुरल और प्रभावी तो है, लेकिन डायलॉग की क्लेरिटी और मिक्सिंग कुछ साफ नहीं है, कहीं कहीं पर डायलॉग समझ में नहीं आते| साउंड डिजाइन विजुअल्स के साथ सिंक्रोनाइज है|

म्यूजिक

यो यो हनी सिंह, अमित त्रिवेदी, रोचक कोहली, सचेत-परंपरा, व्हाइट नॉइस कलेक्टिव्स का संगीत जो फिल्म का कमजोर पक्ष है, कमले, दिल्लगी, मनी-मनी और नशा कोई भी ऐसा गीत नहीं है, जो याद करने योग्य हो| रेड (2018) के गीतों के मुकाबले संगीत बहुत कमजोर है|

लिरिक्स

कोई भी गीत अर्थपूर्ण नहीं है| ऐसा प्रतीत होता है कि जो मन में आया लिख दिया गया

क्लाइमेक्स

रेड 2 का क्लाइमेक्स यूनिक और फ्रेश है, बिल्कुल हटकर बनाया गया है ऐसा क्लाइमेक्स कम ही फिल्मों में देखने को मिलता है|

रेटिंग

*** &1/2

ओपिनियन

अजय देवगन के पावरफुल और बेमिसाल अभिनय के लिए, सस्पेंस और अनप्रिडिक्टेबल ट्विस्ट और टर्न्स के लिए और जो थ्रिलर और सस्पेंस फिल्मों के शौकीन है, वे यह फिल्म जरूर देख सकते है|

त्रुटियां

शुरू की आधे घंटे की फिल्म में दो गाने डाल दिए गए हैं, जो फिल्म की गति में रुकावट बनते है|

अजय देवगन का काले चश्मे को बार-बार पहनना और उतारना बहुत इरिटेट करता है|

अजय देवगन का सस्पेंड होते हुए भी काम करना, समझ से परे है|

वाणी कपूर और अजय देवगन की केमिस्ट्री कमज़ोर दिखी|

दादा मनोहर भाई का राजनीतिक करियर का कुछ भी नहीं दिखाया और लोकल चुनाव जीतना और मंत्री बन जाना हजम नहीं होता|

यो यो हनी सिंह और जैकलीन फर्नांडीज के मनी मनी गीत की कोई जरूरत फिल्म में रखने की नहीं बनती|

नशा गीत को भी जबरदस्ती ठूंसा गया है|

फैक्ट

फिल्म के डायरेक्टर राज कुमार गुप्ता जी अपनी फिल्मों के ज्यादातर नाम अंग्रेजी में रखते है|

रेड 2 कास्ट: अजय देवगन, रितेश देशमुख, रजत कपूर, वाणी कपूर, सौरभ शुक्ला, अमित सियाल, श्रुति पांडे, ब्रिजेंद्र काला, यशपाल शर्मा और गोविंद नामदेव

मेहमान भूमिकाओं में तमन्ना भाटिया, यो यो हनी सिंह और जैकलीन फर्नांडिस

प्रोडूसर: भूषण कुमार, कृष्ण कुमार, कुमार मंगत पाठक, अभिषेक पाठक, डायरेक्टर: राज कुमार गुप्ता, साउंड डिज़ाइन: शहाब आलम, कास्टूम डिज़ाइन: नवीन शेट्टी, महक नवीन शेट्टी, प्रियंका क्रिस्टीना कैस्टेलिनो, म्यूजिक: यो यो हनी सिंह, अमित त्रिवेदी, रोचक कोहली, सचेत-परंपरा, व्हाइट नॉइस कलेक्टिव्स, लिरिक्स: यो यो हनी सिंह, अमिताभ भट्टाचार्य, मनोज मुंतशिर शुक्ला, कौसर मुनीर, जानी, बैकग्राउंड स्कोर: अमित त्रिवेदी, अमर मोहिले, प्रोडक्शन डिज़ाइन: रीटा घोष, एडिटर: संदीप फ्रांसिस, सिनेमेटोग्राफी: सुधीर कुमार चौधरी, कोरियोग्राफी: रंजू वर्गीस, पीयूष-शाजिया, स्टोरी-स्क्रीनप्लेडायलॉग्स: रितेश शाह, राज कुमार गुप्ता, जयदीप यादव, करण व्यास, एक्शन: आर.पी.यादव, कास्टिंग डायरेक्टर:अनमोल आहूजा

रेड 2 बॉक्स ऑफिस कलेक्शन

32.76 करोड़

रेड 2 बजट

48 करोड़

रेड 2 मूवी रिलीज डेट

1 मई 2025

रेड 2 फर्स्ट डे कलेक्शन

19.71 करोड़

रेड 2 टोटल कलेक्शन

40.14 करोड़

रेड 2 फिल्म समीक्षा

गूगल सर्च इंजन पर सर्च करें|

रेड 2 की कमाई

40.14 करोड़ वर्ल्डवाइड

Leave a Comment

Please enable JavaScript in your browser to complete this form.
Share your thoughts about my content or service. Let me know what you liked or what could be improved.
Enter your valid email address.
Share any ideas or improvements you'd like to see.
Was this review helpful? Let us know by sharing your feedback!