
प्लॉट: यह फिल्म एक ऐसे मुस्लिम आदमी की कहानी पर आधारित है जिसके भाई के बेटे पर बम धमाके का आरोप है और वह घर से फरार है| उसकी वजह से पूरे परिवार को कटघरे में खड़ा कर दिया जाता है| घर की बहु जो हिन्दू परिवार से है, अपने परिवार की तरफ से केस लड़ती है| क्या वह अपने परिवार को आतंकवादी घोषित होने से बचा पायेगी? परिवार का एक सदस्य आतंकवादी क्यों बन गया और किस वजह से बना? क्या वह घर वापिस आ जायेगा या मारा जायेगा? इन सभी सवालों को जानने के लिए फिल्म देखे|
टोन और थीम: फिल्म की टोन कोर्ट ड्रामा है और थीम इन्साफ और बेगुनाही पर आधारित है इस फिल्म को बनाने का मुख्य उद्देश्य यह है कि अगर परिवार का कोई सदस्य आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त है और घर से फरार हो जाता है तो उसकी वजह से पूरे परिवार को आतंकवादी घोषित कैसे किया जा सकता| उसकी करनी की सजा पूरे परिवार को क्यों दी जाए| यह फिल्म समाज में जागरूकता भी लाती है कि एक मुस्लिम होने का खामियाजा पूरे परिवार क्यों भुगतना पड़ता है और उसकी अपने देश के प्रति देशभक्ति कैसे साबित करें|
एक्टिंग एंड कैरक्टर्स: मुराद अली के पात्र में ऋषि कपूर ने अपनी फिल्मी करियर में पहली बार मुख्य भूमिका वाली फिल्म में मुस्लिम चरित्र निभाया है इससे पहले वह अमर अकबर एंथॉनी(1977), तहज़ीब(2003) और अग्निपथ(2012) में मुख्य भूमिका में नहीं थे| उन्होंने बहुत अच्छा अभिनय किया है एक मुस्लिम और देशद्रोही होने की पीड़ा को उन्होंने बखूबी पर्दे पर दिखाया है, पूरे परिवार के दर्द को उन्होंने अपने चेहरे के हाव-भाव से साबित कर दिया कि वह हर नए रोल को अच्छे से निभा सकते हैं|आरती मोहम्मद के पात्र में तापसी पन्नू ने भी अच्छा अभिनय कर साबित कर दिखाया कि वह किसी भी रोल को अच्छे से निभा सकती है, उनके वकील वाले रोल को निभाते हुए एक नयापन नजर आया| उनकी डॉयलॉग बोलने की कला भी शानदार रही, एक बहू होने का फर्ज उन्होंने बहुत अच्छे से पर्दे पर दिखाया| वकील संतोष आनंद के रोल में आशुतोष राणा का अभिनय भी उनकी क्षमता के मुताबिक ही था| तबस्सुम के रोल में नीना गुप्ता, छोटी तबस्सुम के रोल में प्राची शाह, बिलाल के रोल में मनोज पाहवा ,शाहिद के रोल में प्रतीक बब्बर, एसपी दानिश के रोल में रजत कपूर सभी ने कहानी को आगे बढ़ाने में मदद करी और सबने अभिनय भी ठीक-ठाक किया|
डायरेक्शन-कहानी-पटकथा-डायलॉग: इस फिल्म के निर्देशक अनुभव सिन्हा जो किसी परिचय के मोहताज नहीं है| इससे पहले उन्होंने बहुत अच्छी फिल्में निर्देशित की है जैसे तुम बिन(2001), आपको पहले भी कही देखा है(2003), दस(2005), तथास्तु(2006), कैश(2007) रॉ वन(2011) और तुम बिन 2(2016), इनमें से कुछ सफल थी और कुछ असफल| इसकी कहानी-पटकथा-डायलॉग पर और हर डिपार्टमेंट में उनकी अच्छी पकड़ रही, कोर्ट के दृश्यों को बहुत अच्छे से फिल्माया गया हैं| डायलॉग फिल्म के मूल विचार और सन्देश पर आधारित है| कोर्ट में फिल्माए गए दृश्यों में वे सभी चरित्रों से अपने अपने पात्रों के मुताबिक अच्छा अभिनय निकलवा पाए | कहानी भी नयी तरह की अच्छे से लिखी गयी है| पटकथा भी बहुत मजबूत और कसा हुआ है|
एडिटिंग: बल्लू सलूजा की एडिटिंग जिन्होंने दृश्यों का मिलान भी बहुत बढ़िया और फिल्म की गति भी तेज रखी है|
सिनेमैटोग्राफी: इवान मुलिगन की सिनेमैटोग्राफी ने कोर्ट के दृश्यों को बहुत ही अच्छी तरह से कैमरे में कैद किया है| कैमरा मवमेंट्स और एंगल्स का अच्छे से इस्तेमाल किया गया है|
म्यूजिक: म्यूजिक प्रसाद साश्ते और अनुराग सैकिआ का है पर ज्यादा स्कोप तो नहीं था, लेकिन दो गीत खुदारा विशाल डडलानी की आवाज़ में और पिया समाये शफ़क़त अमानत अली की आवाज़ में दोनों गीत इमोशनल है, जो सुना जा सकता है|
लिरिक्स: शकील आज़मी के फिल्म के थीम के मुताबिक लिखे गए है|
बैकग्राउंड स्कोर: मंगेश धाकड़े का बैकग्राउंड स्कोर बहुत अच्छा बन पड़ा है,
फिल्म की थीम के साथ पूरी तरह से सिंक करता है|
साउंड डिजाइन: कामोद खराडे का साउंड डिजाइन भी ठीक ठाक है|
प्रोडक्शन डिजाइन: निखिल कोवले का प्रोडक्शन डिजाइन भी फिल्म की टोन के मुताबिक बनाया गया है|
कॉस्ट्यूम डिजाइन: अनिरुद्ध सिंह और दीपिका ललवानी की कॉस्ट्यूम डिजाइनिंग अच्छी है|
क्लाइमेक्स: फिल्म का क्लाइमेक्स भी बहुत सुखद है|
ओपिनियन: जिन दर्शकों को कोर्ट ड्रामा देखना पसंद है वे दर्शक एक बार फिल्म देख सकते है|
रेटिंग: 6.5/10
64th फिल्मफेयर अवॉर्ड: फिल्म को 6 नॉमिनेशंस मिले, जैसे बेस्ट एक्ट्रेस (क्रिटिक्स), बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर, बेस्ट स्टोरी,
बेस्ट स्क्रीनप्ले, बेस्ट डायलॉग्स और बेस्ट एडिटिंग और 1 अवार्ड जीतने में कामयाब रही बेस्ट स्टोरी (अनुभव सिन्हा)
CBFC-U/A Movietime: 2h20m Genre: Court Drama Backdrop: Varanasi Release: 3 August, 2018
फिल्म कास्ट: ऋषि कपूर, तापसी पन्नू, नीना गुप्ता, मनोज पाहवा, प्रतीक बब्बर,
आशुतोष राणा, कुमुद मिश्रा, रजत कपूर और प्राची शाह
प्रोडूसर:अनुभव सिन्हा, दीपक मुकुट, डायरेक्टर: अनुभव सिन्हा, साउंड डिज़ाइन: कामोद खराडे
कास्टूम डिज़ाइन: अनिरुद्ध सिंह, दीपिका ललवानी, म्यूजिक: अनुराग सैकिआ, प्रसाद साश्ते,लिरिक्स: शकील आज़मी
बैकग्राउंड स्कोर: मंगेश धाकड़े, एडिटर: बल्लू सलूजा, प्रोडक्शन डिज़ाइन: निखिल कोवले, सिनेमेटोग्राफी: इवान मुलिगन
कोरियोग्राफी: स्टोरी-स्क्रीनप्ले-डायलॉग्स: अनुभव सिन्हा, एक्शन: रियाज़ शेख, हबीब हाजी, कास्टिंग डायरेक्टर: भरत झा
Wonderful 😊